जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि राज्य में 200 से 300 आतंकवादी सक्रिय हैं तथा पाकिस्तान ने सर्दियां शुरू होने से पहले अधिक से अधिक संख्या में आतंकवादियों को राज्य में दाखिल कराने के लिए सीमापार से गोलीबारी तेज कर दी है।
उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में सीमा पार से बड़ी संख्या में आतंकवादी राज्य में घुसने में कामयाब रहे हैं जबकि घुसपैठ निरोधक व्यवस्था ने कई घुसपैठियों का सफाया कर उनकी कई कोशिशें विफल कर दी हैं।
सिंह ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए सीमावर्ती पुंछ जिले के अपने दौरे में कहा कि (जम्मू-कश्मीर में) सक्रिय आतंकवादियों की संख्या 200 से 300 तक है।
यह आंकड़ा सामान्यत: स्थिर नहीं रहता है और ऊपर-नीचे होता रहता है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पाकिस्तान ने अधिक से अधिक आतंकवादियों को घुसपैठ कराने के लिए संघर्षविराम उल्लंघन तेज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जम्मू- कश्मीर क्षेत्रों में बड़ी संख्या में संघर्षविराम उल्लंघन हो रहा है। (अंतरराष्ट्रीय सीमा के समीप) कनाचक, आरएस पुरा और हीरानगर में और पुंछ, राजौरी, उरी, नांबला, करनाह और केरन में नियंत्रण रेखा पर ऐसा हो रहा है।
इन संघर्षविराम उल्लंघनों का लक्ष्य (सर्दियां शुरू होने से पहले) अधिक से अधिक आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर में दाखिल कराना है। हमारा घुसपैठ निरोधक प्रबंध बहुत मजबूत है और हाल के समय में घुसपैठ के कई प्रयास विफल किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी भी खबरें हैं कि बड़ी संख्या में आतंकवादी राज्य में घुस आए हैं। इस तरफ आने के बाद कुछ मुठभेड़ हुई और कुछ आतंकवादियों का सफाया भी हुआ।
गुलमर्ग सेक्टर में दो पाकिस्तानी आतंकवादी गिरफ्तार किए गए और गांदेरबल में चार दिन के अभियान में दो आतंकवादी मारे गए। कुछ स्थानों पर कुछ आतंकवादी देखे गए हैं और हमने उनके खिलाफ अभियान तेज कर दिया है।
अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को प्राप्त विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने के बाद राज्य की स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि जम्मू, लेह और कारगिल में स्थिति शांतिपूर्ण है तथा कश्मीर में चीजें सुधर रही हैं।