भदरक (ओडिशा)। विकराल चक्रवात अम्फान की परवाह किए बगैर भारतीय तट रक्षक दल ने बहादुरी का परिचय देते हुए भदरक में 218 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इन महिलाओं में वे 60 प्रसूता भी शामिल थी, जिन्होंने 19 और 20 मई को बच्चों को जन्म दिया था। इन सभी के लिए कोस्ट गार्ड के जवान देवदूत साबित हुए।
कोस्ट गार्ड के जवानों ने सभी माताओं को विश्वास दिलाया कि वे न तो उन्हें कुछ होने देंगे और न ही उनके बच्चों को। कोस्ट गार्ड ने भदरक में विभिन्न अस्पतालों से 158 अन्य मरीजों की जिंदगी भी बचाई और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
अम्फान चक्रवात ने उड़ीसा में भारी तबाही मचाई है और इससे भदरक भी अछूता नहीं रहा। यहां पर मूसलधार बारिश और तेज हवाओं की वजह से काफी नुकसान हुआ। बिजली सेवाएं भी ठप हो गई है। समाचार लिखे जाने तक यहां पर राहत और बचाव कार्य प्रारंभ हो चुका है।
ओडिशा में एनडीआरएफ की टीमों ने सड़कों को साफ करने का अभियान शुरू कर दिया है। अम्फान तूफान की वजह से उड़ीसा में 1 लाख 48 हजार 486 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। संबंधित जिलों के कलेक्टर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लोगों के रहने और भोजन की व्यवस्था में जुट गए हैं।