देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 41 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने देते बताया कि जिन लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, उन्हें यात्रा न करने की सलाह दी गई है। कोरोना काल के 2 वर्ष बाद यात्रा प्रारंभ होने से इस बार श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के कारण चारों धामों में व्यवस्था चरमरा गई है और यात्रियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
उधर चारधाम यात्रा में अब तक 41 श्रद्धालुओं की मौतों की पुष्टि सरकार ने की है। सबसे ज्यादा मौतें केदारनाथ यात्रा के दौरान हुईं। इस दौरान 15 यात्रियों ने अपनी जान गंवाई, वहीं यमुनोत्री में 14, बद्रीनाथ में 8 और गंगोत्री में 4 श्रद्धालुओं की मौत हुई। बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं की मौत हाई ब्लडप्रेशर, हार्ट संबंधी बीमारियों, पहाड़ी पर चढ़ने संबंधी बीमारियों से हुई हैं। ऐसे में प्रशासन की ओर से ऐसे यात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी गई है, जिन लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं।
राज्य की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया कि 3 मई को चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से 41 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। मौत का कारण उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याएं और पर्वतीय बीमारियां रही हैं।