देहरादून। मसूरी के समीप जिला टिहरी गढ़वाल स्थित कैंपटी फॉल से बुधवार को 412 सैलानियों को पुलिस ने वापस लौटा दिया। ये सैलानी कोरोना जांच रिपोर्ट लेकर नहीं पहुंचे थे। इसके अलावा मास्क न लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 40 लोगों का चालान भी किया गया।
थानाध्यक्ष नवीन चंद्र जुराल ने बताया कि बुधवार को कोरोना जांच, होटल बुकिंग और स्मार्ट सिटी पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करने वाले 93 वाहनों के 412 सैलानियों को कैंपटी से वापस लौटाया गया। झरने में नहाते समय कोरोना गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है। फॉल में पानी साफ होने के बाद बुधवार को यहां रस्सी हटवा दी गई है।
फर्जी दस्तावेज वाले गिरफ्तार : उधर, मसूरी शहर कोतवाल राजीव रौथाण ने बताया कि बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 45 सैलानियों का चालान किया है। इसके अलावा एमवी एक्ट में 10 वाहनों का तहत चालान किया गया। दूसरी तरफ एक व्यक्ति को मसूरी घूमने आने के लिए पूरे परिवार की फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट तैयार कराना भारी पड़ा। आशारोड़ी चेकपोस्ट पर गाजियाबाद से आए इस परिवार को पुलिस ने पकड़ लिया। इसके अलावा तीन अन्य लोगों को फर्जी रिपोर्ट के साथ पकड़ा गया। इन सभी के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र का मुकदमा दर्ज किया गया है।
बुधवार शाम आशारोड़ी चेक पोस्ट पर पुलिस बाहर से आने वाले लोगों की आरटी पीसीआर और अन्य दस्तावेज चेक कर रही थी। इस दौरान एक कार सवार के पास मिली कोरोना जांच रिपोर्ट में कुछ संदेह हुआ। इस पर स्थानीय पुलिस ने चेक किया तो पता चला कि व्यक्ति के पास मौजूद सभी 10 जांच रिपोर्ट फर्जी हैं। उसके साथ परिवार के अन्य लोग भी थे। इसके बाद पीछे आ रही एक कार सवार तीन लोगों को रोका गया। इनकी रिपोर्ट भी फर्जी पाई गई। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अब आगे की कार्रवाई कर रही है। जो लोग गिरफ्तार हुए उनमें जिला गाजियाबाद के चिरंजीव विहार निवासी तरुण मित्तल, थाना कवि नगर गाजियाबाद निवासी अमित गुप्ता, थाना नेहरू नगर गाजियाबाद निवासी अमित कौशिक, थाना लोकही जिला मधुबनी बिहार निवासी सुजीत कामत शामिल बताए गए हैं।