अहमदाबाद। गुजरात के बोटाद जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब ने काफी कहर बरपाया है। इसकी चपेट में आकर 55 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जांच में पता चला है कि बोटाद के अलग-अलग गांवों के कुछ छोटे शराब तस्कर 'मिथाइल अल्कोहल' (मेथेनॉल) में पानी मिलाकर नकली शराब बनाकर 20 रुपए 'पाउच' के दाम पर उसे गांव वालों को बेचते थे। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। सरकार ने जांच दल गठित किया है।
गांधीनगर में राज्य निगरानी प्रकोष्ठ से संबद्ध पुलिस अधिकारी ने कहा कि जहरीली शराब पीने के बाद अब तक कुल 55 लोगों की मौत हो चुकी है। बोटाद में 41 और पड़ोसी अहमदाबाद में 9 लोगों की मौत हुई है। इससे पहले दोपहर के समय गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने गांधीनगर में पत्रकारों को बताया कि 14 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 328 और 120-बी के तहत 3 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और उनमें से अधिकतर लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
मामला सोमवार सुबह तब सामने आया, जब बोटाद के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद कस्बों के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। भाटिया ने बताया था कि जहरीली शराब पीने से अभी तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 22 बोटाद जिले के विभिन्न गांवों के निवासी थे, जबकि 6 लोग पड़ोसी अहमदाबाद जिले के 3 गांवों के रहने वाले थे। इनके अलावा 45 से अधिक लोगों का भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
भाटिया ने कहा कि फोरेंसिक विश्लेषण में पता चला है कि पीड़ितों ने 'मिथाइल अल्कोहल' पी थी। हमने हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और अधिकतर आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) और अहमदाबाद अपराध शाखा भी जांच में शामिल है।(भाषा)