मुंबई। महाराष्ट्र विधानमंडल ने पत्रकार अर्नब गोस्वामी और अदाकारा कंगना रनौत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के नोटिस पर विशेषाधिकार समिति को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए सदन के अगले सत्र के अंतिम दिन तक का समय दिया है।
विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष दीपक केसरकर द्वारा विधानसभा में समय सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया।शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाइक ने गोस्वामी और रनौत की आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए उनके खिलाफ सात सितंबर को विधानसभा अध्यक्ष को विशेषाधिकार हनन का नोटिस सौंपा था।
सरनाइक ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में रिपोर्टिंग के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और अन्य मंत्रियों के खिलाफ गोस्वामी की टिप्पणी पर आपत्ति जताई थी। मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने के लिए रनौत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया था।
शिवसेना की विधान पार्षद मनीषा कायंदे ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक गोस्वामी के खिलाफ पिछले साल आठ सितंबर को विधान परिषद में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया था। इसी तरह, कांग्रेस के विधान पार्षद अशोक उर्फ भाई जगताप ने उसी दिन रनौत के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश कर आरोप लगाया था कि अदाकारा ने मुंबई और शहर की पुलिस के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की।
दोनों सदनों ने विशेषाधिकार कमेटी को नोटिस पर अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए विधानमंडल के अगले सत्र के अंतिम दिन तक का समय दिया है।(भाषा)