गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मी पर हमले के मामले में की जांच में जुटी एटीएस (ATS) अब सभी कड़ियों को जोड़ने में जुट गई है। इसी साल फ़रवरी महीने में गोरखनाथ मंदिर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। इसके बाद रविवार शाम मंदिर की सुरक्षा में तैनात दो पीएसी जवानों पर एक सिरफिरे ने धारदार हथियार से हमला बोल दिया था। अब स्थानीय पुलिस और एटीएस फ़रवरी में मिली धमकी और इस हमले की कड़ियों को जोड़ने में जुट गई है।
गौरतलब है कि 4 फरवरी को एक के बाद एक तीन ट्वीट कर कई प्रमुख रेलवे स्टेशन, गोरखनाथ मंदिर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। ये ट्वीट लेडी डॉन नाम के ट्विटर हैंडल से किया गया था।
इस मामले में पुलिस ने केस भी दर्ज किया था और जांच भी शुरू हुई थी, लेकिन आरोपी पकड़ा नहीं गया। इसके बाद मामले को ठन्डे बास्ते में डाल दिया गया। रविवार देर शाम हुए हमले के बाद इसके पीछे आतंकी कनेक्शन की भी जांच शुरू हो गई है।
हमले के बाद एडीजी अखिल कुमार ने बताया कि रविवार की शाम 7 बजे मंदिर के मुख्य द्वार से एक युवक ने जबरन अंदर घुसने की कोशिश की थी। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों के रोकने पर युवक ने धारदार हथियार से उन पर हमला बोल दिया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए घायल होने के बाद भी आरोपी युवक पर काबू पाया।
घायल पीएसी के दोनों जवानों को बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। एडीजी ने बताया कि शुरुआती जांच में युवक की पहचान अहमद मुर्तजा के तौर पर हुई है जो गोरखपुर के सिविल लाइन इलाके का रहने वाला है। एडीजी ने बताया कि हमलावर युवक घटना के दौरान धार्मिक नारे भी लगा रहा था।
फिलहाल गिरफ्तारी के दौरान हमलावर युवक भी घायल हुआ है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके ठीक होने पर पुलिस उसे हिरासत में लेकर घटना के कारणों को जानने की कोशिश करेगी।
एडीजी ने कहा कि किसी भी एंगल को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। खासतौर पर टेरर एंगल को भी रुलआउट नहीं किया जा सकता है। एडीजी ने जोर देकर कहा है कि मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री आवास भी है। ऐसे में यह एक गंभीर मामला है। जांच के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है की हमलावर युवक अहमद मुर्तुजा के पास से हवाई टिकट, लैपटॉप और पैन कार्ड मिला है। इस बात की भी जानकारी मिली है कि वह मुंबई में केमिकल इंजीनियर की नौकरी करता था।