बलिया। उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के नगरा थाना क्षेत्र की रहने वाली 13 वर्षीय किशोरी की 6 दिन तक घायल अवस्था में उपचार के बाद शुक्रवार की शाम को मौत हो गई। इसका शनिवार को वाराणसी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। लोगों का गुस्सा प्रदर्शन के रूप में फूटा।
इस बीच किशोरी के गांव में भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है। दूसरी तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की तरफ से मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर शनिवार को जिला मुख्यालय पर जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया गया।
परिषद की तरफ से कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित धरना में मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई तथा पुलिस पर मामले का सच सामने नहीं लाने का आरोप लगाया गया। पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने की मांग विभिन्न लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर भी की गई है।
अभाविप के प्रांतीय मंत्री सौरभ गौड़ ने चेतावनी देते हुए कहा कि 'न्याय के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी और अगर एक सप्ताह के भीतर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नही हुई तो विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता जिले में बड़ा आंदोलन करेंगे।'
संगठन मंत्री शिवम पाण्डेय ने कहा कि प्रशासन सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने में असफल है। हम सभी प्रशासन से पीड़ित परिवार के लिये न्याय की मांग करते हैं। इस प्रकरण में उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाकर कार्यवाही कराई जाए।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) शिव नारायण वैस ने शनिवार को बताया कि नगरा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 13 वर्षीया किशोरी की वाराणसी के एक अस्पताल में शुक्रवार की शाम मौत हो गई थी।
उन्होंने बताया कि किशोरी का शनिवार को वाराणसी में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार किशोरी गत 14 अक्टूबर की शाम अपने गांव में मेला देखने गई थी और गायब हो गई । इसके बाद गत 15 अक्टूबर की सुबह वह नगरा थाना क्षेत्र के ताड़ीबड़ागांव - रूपवार - सिकरहटा मार्ग पर गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली थी।
किशोरी को उपचार के लिए गंभीर स्थिति के कारण वाराणसी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने इस मामले में एक युवक नौशाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
किशोरी के दादा ने 15 अक्टूबर को पत्रकारों से बातचीत में किशोरी के साथ बलात्कार की आशंका जताई थी।
किशोरी के साथ हुई घटना की वजह पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) आर के नैय्यर ने कहा कि 'इस मामले में विवेचना जारी है, कोई भी तथ्य सार्वजनिक होने पर विवेचना प्रभावित होगी। विवेचना के बाद पुलिस विधिक कार्रवाई करेगी।'
पुलिस के मुताबिक किशोरी की वाराणसी के एक अस्पताल में शुक्रवार की शाम मौत की सूचना के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक वैस ने बताया कि शांति व्यवस्था को देखते हुए दस थाना प्रभारी सहित लगभग सौ पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। उन्होंने गांव में स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता व पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। परिवहन राज्य मंत्री दया शंकर सिंह ने गुरुवार को किशोरी के गांव में पहुंचकर न्याय का भरोसा दिलाया था। भाषा Edited by Sudhir Sharma