इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने मध्यप्रदेश के आदिवासी झाबुआ जिले में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के महाप्रबंधक को अपने मातहत अधिकारी से 1.5 लाख रुपए की घूस लेने के आरोप में शनिवार को रंगेहाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक बैंक महाप्रबंधक यह रकम फसल बीमा योजना के हितग्राही किसानों का ब्योरा दर्ज करने के सरकारी काम के बदले ले रहा था।
लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) आनंद कुमार यादव ने बताया कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के महाप्रबंधक डीआर सारोठिया को जाल बिछाकर उनके झाबुआ कस्बे स्थित सरकारी घर में रंगेहाथों पकड़ा गया, जब वह इसी बैंक की एक ग्रामीण शाखा के प्रबंधक से कथित तौर पर घूस के रूप में 1.5 लाख रुपए ले रहे थे।
उन्होंने बताया कि इस बैंक की झाबुआ जिले की रामा शाखा के प्रबंधक वेल सिंह पलासिया ने सारोठिया की अनुचित मांग से तंग आने के बाद लोकायुक्त पुलिस के इंदौर कार्यालय पहुंचकर घूसखोरी की शिकायत की थी। यादव ने शिकायत के हवाले से बताया कि सारोठिया ने फसल बीमा योजना के तहत बैंक के वेब पोर्टल पर हितग्राही किसानों के ब्योरे को लेकर प्रविष्टियां दर्ज करने के बदले शाखा प्रबंधक से 3 लाख रुपए की कथित रिश्वत मांगी थी।
उन्होंने बताया कि शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बैंक महाप्रबंधक ने शाखा प्रबंधक पर 'दबाव' बनाकर रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 1.5 लाख रुपए 19 अगस्त को ही ऐंठ लिए थे। यादव ने बताया कि रिश्वतखोरी के आरोप में बैंक महाप्रबंधक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी के मुताबिक आरोपी को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि बॉन्ड भरवाकर उसे इस बात के लिए कानूनन पाबंद किया गया है कि घूसखोरी के मामले की जांच के संबंध में उसे जब भी बुलाया जाएगा, वह लोकायुक्त पुलिस के सामने तय तारीख को हाजिर हो जाएगा।(भाषा)