Bihar Bridge Collapsed : उद्घाटन से पहले ही भरभराकर गिरा बकरा नदी पर बना पुल, पानी में समा गए 12 करोड़
13 साल में तीसरी बार बन रहा था
Bridge collapsed in Bihar Araria district : बिहार के अररिया जिले में बकरा नदी पर 12 करोड़ रुपए की लागत वाला निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा मंगलवार को ढह गया लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। कुछ पलों में 12 करोड़ रुपए पानी में समा गए। बिहार में इस पुल के निर्माण के भ्रष्टाचार ने सुशासन की पोल खोल दी।
एक हिस्सा ढहा : आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुरुक्षेत्र और सिकटी को जोड़ने के लिए बकरा नदी पर बन रहे पुल का एक हिस्सा ढह गया। इसका निर्माण 12 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा था। पुल का निर्माण कार्य प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क निर्माण योजना के तहत वर्ष 2021 में शुरू हुआ था। निर्माणाधीन पुल की लंबाई 182 मीटर है।
दोषियों पर कार्रवाई की मांग : सिकटी के विधायक विजय कुमार ने पुल ढहने की घटना की गहन जांच की मांग की है। उन्होंने निर्माण कंपनी पर लापरवाही बरतने और घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके लिए राहत की बात है कि इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
कुमार ने मांग की है कि इस मामले में दोषी पाए गए सभी लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुल ढहने के लिए जिम्मेदार लोगों के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है।
तीसरी बार बन रहा था पुल : पिछले 13 साल में यह पुल तीसरी बार बन रहा था। बकरा नदी की धारा लगातार बदलते रहने और पुल निर्माण की तकनीकी खामियों के चलते काशी-कामख्या ऐतिहासिक सड़क पर अररिया-किशनगंज के बीच पिछले 13 साल में आवागमन चालू नहीं हो सका है। सड़क के बीच में आने वाली बकरा नदी पर सिकटी के पड़रिया धार में पुल बनना शुरू होते ही नदी ने दो बार धारा बदल ली। इसलिए, पुल बेकार हो गया। अब तीसरी जगह पर पुल बनाया गया था। पिछले 13 वर्षों में पुल निर्माण के लिए 43 करोड़ की स्वीकृति मिली है।
पहली घटना नहीं : इससे पहले इस साल मार्च में बिहार के सुपौल में एक निर्माणाधीन पुल के ढह जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई अन्य फंस गए थे। सुबह पुल ढहने के बाद मरीचा के पास व्यस्त निर्माण स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद स्थानीय अधिकारियों और स्वयंसेवकों ने तत्काल बचाव अभियान चलाया। इनपुट एजेंसियां