मेरठ। गाज़ियाबाद सीट के प्रत्याशी और उनकी पार्टियां अपने वोटरों को लुभाने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही हैं। इसी कड़ी में आज सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी सुनील रोहटा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि वोटरों को बुलडोज़र का डर दिखाया जा रहा है।
प्रत्याशी सुनील रोहटा का कहना है कि वोटर भयभीत हैं, लेकिन उनका वोटर किसी से डरने वाला नहीं है, इसलिए वह गठबंधन की जीत का दावा करते नजर आ रहे हैं। सुनील रोहटा का कहना है कि कई ग्राम प्रधानों को बुलडोज़र का भय दिखाया जा रहा है, जिसकी शिकायत वह कमिश्नर से करते हुए निष्पक्ष चुनाव की मांग करेंगे।
सुनील रोहटा के गंभीर आरोप पर भाजपा के प्रत्याशी धर्मेंद्र भारद्वाज का कहना है कि उनकी जीत एकतरफा होने जा रही है, जिसके चलते विपक्षी हताश हैं और ऐसी बातें कर रहे हैं। धर्मेंद्र ने यह भी कहा कि जो कानून अपने हाथ में लेगा, गलत काम करेगा तो उसके ऊपर बुलडोजर नहीं चलेगा तो और क्या होगा।
वर्तमान में योगीजी को बुलडोजर बाबा ही कहा जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी 10-15 सालों में विपक्ष खत्म हो जाएगा, कोई भी पार्टी भाजपा के आगे टिक नहीं पाएगी। धर्मेंद्र भारद्वाज यहां तक कहते हैं कि आने वाले वर्षों में विपक्षी पार्टियों का विलय भी भाजपा में हो जाएगा। स्थानीय निकायों से विधान परिषद के लिए एमएलसी का चुनाव नौ अप्रैल को होना है और उसकी आगामी बारह अप्रैल को मतगणना होगी।
हालांकि विधान परिषद में एमएलसी की कुर्सी कब्जाने का दावा गठबंधन और भाजपा दोनों ही पार्टी कर रही हैं। दोनों ही पार्टियों की साख मेरठ-गाजियाबाद सीट से जुड़ी हुई है। वहीं सपा-रालोद गठबंधन से मेरठ-गाजियाबाद एकमात्र सीट पर ही प्रत्याशी खड़ा है, इसलिए गठबंधन हरसंभव कोशिश कर रहा है कि उसके पक्ष में वोट पड़े।
वहीं भाजपा की सरकार है, जिला पंचायत सदस्य से लेकर अधिकतर ग्राम प्रधान भाजपा से ही हैं, इसलिए भाजपा इसे एकतरफा मैच करार दे रही है और इसे 2024 के चुनाव से भी जोड़कर देख रही है। अब देखना होगा कि सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी की दलील में कितना दम है कि उनके वोटरों को भाजपा के लोगों के द्वारा धमकाया जा रहा है, वोटरों के प्रमाण पत्र भाजपा के लोगों ने अपने पास लेकर रख लिए हैं। बिना प्रमाण पत्र के कोई भी मतदाता वोट नहीं कर सकता है। भाजपा ने इसे कोरा झूठ और हार की निराशा बताया है।
मेरठ के जिला प्रशासन ने भी आगामी नौ अप्रैल को होने वाले एमएलसी के चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली है। 7 अप्रैल की शाम से 9 अप्रैल मतदान समाप्ति तक और 12 अप्रैल मतगणना के दिन जनपद में शराब के ठेके बंद रहेंगे। इस संबंध में ज़िलाधिकारी और एसएसपी ने भी सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि चुनाव को लेकर आचार संहिता और ज़िला निर्वाचन अधिकारी के आदेशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जाए।