जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेपर लीक की घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए बुधवार को कहा कि राज्य में भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए जरूरत पड़ने पर कानून को सख्त बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, अगर संपत्ति कुर्क करने या सजा बढ़ाने का प्रावधान करना होगा तो वह भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पेपर लीक की घटनाएं सभी राज्यों में हो रही हैं लेकिन राजस्थान में ऐसे मामलों में कार्रवाई होती है और राज्य सरकार ने विशेष कानून भी बनाया है। उन्होंने कहा, जरूरत पड़ी तो कानून को सख्त बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, अगर संपत्ति कुर्क करने या सजा बढ़ाने का प्रावधान करना होगा तो वह भी किया जाएगा।
पेपर लीक की घटनाओं का जिक्र करते हुए गहलोत ने यहां कांग्रेस के अधिवेशन के बाद कहा, बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। पूरे मुल्क में कई राज्यों में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं लेकिन राजस्थान में कार्रवाई की जा रही है। अन्य राज्यों में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
उन्होंने कहा, हमने विधानसभा में कानून पारित किया है। जरूरत पड़ी तो इसे और भी कड़ा करेंगे। संपत्ति कुर्क करने या सजा का प्रावधान बढ़ाना होगा...तो करेंगे, कोई कमी नहीं रखेंगे। बच्चों का भविष्य है, वे इतने उत्साह से तैयारी कर, परीक्षा देने आते हैं लेकिन फिर ऐसी घटना हो जाती है, इसका एहसास हमें है। सबको न्याय मिले, यह हमने सुनिश्चित किया है।
इससे पहले सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने पेपर लीक प्रकरण में अपनी ही सरकार को घेरते हुए कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, यह बेरोजगारों के साथ, परीक्षार्थियों के साथ अन्याय हो रहा है। हम फेल हो रहे हैं। मामले की जांच होनी चाहिए... यह सरकार की विफलता है।
उन्होंने दावा किया कि पेपर लीक प्रकरण सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत हुए कामकाज को खा जाएगा। उन्होंने कहा, सरकार या हमारी मिलीभगत के या हमारे संरक्षण (के बगैर) हम फेल थोड़े ही हो सकते हैं। कहीं न कहीं तो लीकेज है ही। अलग-अलग तैयारी कर रहे बच्चों में (पर्चा लीक होने से) निराशा का भाव आ गया है।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में नकल गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए रविवार को मुख्य षड्यंत्रकारी सहित कुल 55 लोगों को गिरफ्तार किया। इस मामले में दो प्रकरण दर्ज किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार लोगों में एक स्कूल का प्रधानाध्यापक सुरेश विश्नोई, एमबीबीएस छात्र भजनलाल और रायता राम चौधरी शामिल हैं।
पुलिस ने कहा कि इस मामले में एक कोचिंग सेंटर संचालक सुरेश ढाका का नाम भी सामने आया है, उसकी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। आयोग ने प्रकरण सामने आने के बाद शिक्षक भर्ती परीक्षा के सामान्य ज्ञान विषय की परीक्षा निरस्त कर दी थी। यह परीक्षा अब अगले महीने होगी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)