पिथौरागढ़। मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने मंगलवार को पिथौरागढ़ जनपद के सीमांत तहसील धारचूला के आपदा प्रभावित क्षेत्र ग्राम जुम्मा का जायजा लिया तथा आपदा प्रभावितों से मिले व उनका हाल जाना। इस दौरान उन्होंने जुम्मा के जामुनी तोक में आपदा से लापता व्यक्तियों की खोजबीन हेतु चलाए जा रहे रेस्क्यू कार्य की भी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण भी किया। उन्होंने जुम्मा के एलागाड़ स्थित एसएसबी कैम्प में जुम्मा के जामुनी एवं सिरौउयार तोक के आपदा प्रभावितों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दु:ख व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार दु:ख की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है। इस दौरान प्रभावित परिवारों को प्रति मृतक 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 लाख रुपए की अतिरिक्त धनराशि प्रति मृतक मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता कोष से भी परिवार को सहायता के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने आपदा पीड़ितों को आश्वस्त किया कि सरकार इस दु:ख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने धारचूला नगर के नो गांव (तरकोट), मल्ली बाजार के आपदा पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें हरसंभव मदद करने की बात करते हुए जिलाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का भू-गर्भीय परीक्षण कराते हुए सुरक्षा के कार्य कराए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय जनता की समस्याएं भी सुनीं। उन्होंने बरम के गोगोई में भू-कटाव को रोके जाने हेतु सुरक्षा दीवार का निर्माण करने की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि दु:ख की घड़ी में सरकार प्रभावितों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 1 माह हेतु क्षेत्र में हैली-सेवा को बढ़ा दिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ से हवाई सेवा सुचारु किए जाने हेतु भी प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि धारचूला काली नदी किनारे तटबंध निर्माण हेतु सिंचाई विभाग द्वारा तैयार 42 करोड़ की धनराशि के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान हेतु शासन से कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में आपदा से बंद क्षतिग्रस्त सड़कों को शीघ्रता से खोलना हमारी प्राथमिकता है। क्षेत्र में 3 माह हेतु खाद्यान्न की आपूर्ति की जा चुकी है तथा जहां खाद्यान्न की कमी होगी, उन क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर से खाद्यान्न पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने आपदा के दौरान प्रशासन द्वारा किए गए त्वरित कार्य हेतु जिलाधिकारी एवं उनकी समस्त टीम की सराहना करते हुए कहा कि आपदा विभाग 24 घंटे कार्य कर रहा है।