लखनऊ/ गाजियाबाद। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुरादनगर श्मशान स्थल दुर्घटना की जांच आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की एसआईटी से कराने का निर्देश दिया। अतिरिक्त मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने कहा कि विशेष जांच टीम (एसआईटी) निर्माण कार्य समेत पूरे मामले में लापरवाही की जांच करेगी।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा अपर पुलिस महानिदेशक से भी मामले की रिपोर्ट मांगी गई है। इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री ने मुरादनगर श्मशान स्थल दुर्घटना के प्रत्येक मृतक के आश्रितों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक मदद और प्रत्येक आवासहीन परिवार को आवास उपलब्ध कराए जाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य से सरकारी धन को हुए नुकसान की भरपाई संबंधित ठेकेदार तथा अभियंताओं से करने और अभियुक्तों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। मुरादनगर के श्मशान घाट में रविवार को एक छत ढह जाने से हुए हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी तथा कई अन्य व्यक्ति घायल हो गए थे।
हादसे के बाद मुरादनगर नगर पालिका की कार्यकारी अधिकारी (ईओ) निहारिका चौहान, ठेकेदार अजय त्यागी, जेई चंद्रपाल व सुपरवाइजर आशीष समेत अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में रविवार की रात को मामला दर्ज किया गया था।
गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने भी छत ढहने की घटना की जांच के लिए तीन मुख्य अभियंताओं की एक समिति गठित की है। समिति को इस सप्ताह तक अपनी रिपार्ट सौंपने को कहा गया है।
पांडे ने कहा कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण और मुरादनगर निगम को ठेकेदार अजय त्यागी और संजय गर्ग की कंपनियों को काली सूची में डालने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी दोषियों की संपत्ति जब्त की जाएगी और ठेकेदार को भुगतान की गई राशि ब्याज समेत वसूल की जाएगी।(भाषा)