संभल में असदुद्दीन ओवैसी के पोस्‍टर पर विवाद, लिखा गाजियों की धरती, BJP ने कहा- नहीं बदल सकता इतिहास

Webdunia
बुधवार, 22 सितम्बर 2021 (22:45 IST)
संभल। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के यहां लगाए गए पोस्टरों में संभल को ‘गाजियों की धरती’ कहे जाने पर तनाव पैदा हो गया है। दरअसल, गाजी शब्द का इस्तेमाल इस्लामी योद्धाओं के लिए किया जाता है। भाजपा ने पोस्टरों को लेकर कड़ी आपत्ति जताई, जिसके बाद एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं ने उन्हें हटा दिया।

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की सिरसी में बैठक से पहले ये पोस्टर पाये गये थे। सिरसी में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘अब्बा जान’ वाली टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना की। आदित्यनाथ ने यह टिप्पणी संभवत: समुदाय विशेष और समाजवादी पार्टी के संदर्भ में की थी। ओवैसी ने कहा कि वह गरीब और कमजोर लोगों के अब्बा और चाचा हैं।

पोस्टरों में संभल को गाजियों की धरती बताए जाने पर आपत्ति जताते हुए भाजपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल ने कहा कि यह स्थान कभी भी गाजियों की धरती नहीं रही है। उन्होंने कहा ‍कि यह ओवैसी का एक चुनावी पैंतरा है और हम उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। भारत में कोई भी शहर गाजियों से संबद्ध नहीं है और हम ऐसा कोई बनने भी नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि संभल पौराणिक महत्व का स्थान है।

उन्होंने कहा कि पुराणों में (भगवान विष्णु के) कल्कि अवतार के साथ संभल का उल्लेख मिलता है। यदि संभल का उल्लेख कुरान में गाजियों की धरती के तौर पर किया गया है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। इस बीच, ओवैसी ने सिरसी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि उत्तर प्रदेश की जनता दोबारा योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि योगी जी गुमनामियों की वादियों में खो जाएंगे।
ALSO READ: अखिलेश व मायावती की नासमझी से 2 बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी : असदुद्दीन ओवैसी
उन्होंने योगी की ‘अब्बा जान’ टिप्पणी की ओर संभवत: इशारा करते हुए कहा कि ओवैसी उत्तर प्रदेश में गरीब और कमजोर लोगों के अब्बा हैं। ओवैसी महिलाओं के भाई हैं। मैं आपका अब्बा और चाचा जान हूं। ओवैसी ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा ने बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें (सपा-बसपा को) केवल 15 सीटें ही मिली।

उन्हें मंच पर आकर इस पर बहस करनी चाहिए। उन्होंने यह भी सवाल किया कि उत्तर प्रदेश में कितने मुसलमानों को अंत्योदय योजना या किसी अन्य योजना के तहत कार्ड मिला है। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में 54 प्रतिशत मुसलमान गरीब हैं।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Project Cheetah : प्रोजेक्ट चीता अच्छा काम कर रहा, NTCA ने जारी की रिपोर्ट

No Car Day : इंदौर 22 सितंबर को मनाएगा नो कार डे, प्रशासन ने नागरिकों से की यह अपील

LLB अंतिम वर्ष के छात्र भी दे सकेंगे AIBE की परीक्षा, Supreme Court ने BCI को दिए आदेश

फारूक अब्दुल्ला का PM मोदी पर पलटवार, कहा- वे उन लोगों के साथ खड़े जिन्हें पाक से मिलता है धन

बैठक के दौरान जब CM योगी ने पूछा, कहां हैं पूर्व सांसद लल्लू सिंह?

सभी देखें

नवीनतम

Maharashtra : जब धरती में समा गया पूरा ट्रक, वीडियो देख रह जाएंगे दंग

Haryana Election : AAP के प्रचार अभियान में शामिल हुए अरविंद केजरीवाल, बोले- पूरा राज्य चाहता है परिवर्तन

Gaganyaan Mission को लेकर क्‍या है चुनौती, प्रक्षेपण से पहले ISRO चीफ ने दिया यह बयान

One Nation One Election : पूर्व CEC कुरैशी ने बताईं एक देश एक चुनाव की खूबियां और खामियां

महाराष्ट्र में MVA के बीच सीटों का बंटवारा, जानिए किसको मिलीं कितनी सीटें

अगला लेख