खरगोन (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में 2 मंदिरों में प्रवेश को लेकर हुए विवाद में पुलिस ने 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इनमें से एक घटना शनिवार को सनावद पुलिस थाना क्षेत्र के तहत छापरा गांव में हुई जब लोग महाशिवरात्रि के अवसर पर पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे। इस घटना में दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव किया।
अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा, जिले के कसरावद पुलिस थाना क्षेत्र में शनिवार को ही एक अन्य मंदिर में भी प्रवेश को लेकर विवाद हुआ। हालांकि इस घटना में हिंसा नहीं हुई। बड़वाह के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) विनोद दीक्षित ने बताया कि तीन अन्य समाज के लोगों द्वारा बनाए गए मंदिर में कल दलित समाज के लोगों के प्रवेश को लेकर विवाद हो गया।
उन्होंने कहा कि इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से पथराव की घटना हुई। दीक्षित ने बताया कि दोनों पक्षों के लोग छापरा से सनावद थाने में आकर इकट्ठा हो गए और कार्रवाई को लेकर हंगामा किया। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले दलित समाज के लोग मंदिर के पास की जमीन पर बाबा साहब आंबेडकर की मूर्ति की स्थापना करना चाहते थे। उन्होंने इस बात को लेकर एक पुराना पेड़ भी काट दिया था।
अधिकारी ने बताया कि दोनों पक्षों के लोगों को वहां पहुंचे सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और अन्य अधिकारियों ने समझाया। इसके बाद तय हुआ था कि किसी को मंदिर जाने से नहीं रोका जाएगा। उन्होंने कहा कि हालांकि दलित समाज के प्रेमलाल ने आरोप लगाया है कि उनके समाज की लड़कियों को दूसरे समाज के लोगों ने मंदिर में जाने से रोका और विवाद बढ़ने पर पिटाई की।
दीक्षित ने बताया कि पुलिस ने प्रेमलाल की शिकायत पर 17 आरोपियों तथा 25 अन्य लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं तथा अनुसूचति जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह दूसरे पक्ष के रविंद्र राव मराठा की शिकायत पर 34 आरोपियों तथा 25 अन्य लोगों के खिलाफ पथराव और अन्य हथियारों से हमला करने संबंधी मामला दर्ज किया गया है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इसी तरह खरगोन जिले के कसरावद थाना क्षेत्र के छोटी कसरावद में एक मंदिर में प्रवेश को लेकर हुए विवाद के चलते दलित महिला की शिकायत पर चार महिलाओं और एक पुरुष के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। घटनाक्रम के बाद दलित महिलाओं ने पुलिस और प्रशासन की मदद से मंदिर में प्रवेश कर पूजा-अर्चना एवं अभिषेक किया।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)