4 मंत्रियों सहित 9 सदस्यों के इस्तीफे के बाद मणिपुर में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार पर संकट

Webdunia
शुक्रवार, 19 जून 2020 (08:24 IST)
इ्म्फाल। मणिपुर में 4 मंत्रियों सहित 9 सदस्यों के इस्तीफे के बाद भाजपा नेतृत्व वाली सरकार पर संकट मंडरा रहा है। कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से विधानसभा का विशेष सत्र आहूत करने का अनुरोध किया है। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से भेंट की और जल्द से जल्द विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया।
ALSO READ: मणिपुर में एन बीरेन सिंह की सरकार संकट में, BJP के 3 विधायकों ने दिए इस्तीफे
राज्यपाल से मुलाकात के बाद एनपीपी प्रमुख थांगमिलेन किपगेन ने पत्रकारों से कहा कि एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए हमने राज्यपाल से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया है।
 
किपगेन ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से राज्य में इबोबी सिंह के नेतृत्व में सरकार गठन के लिए नवगठित 'सेक्युलर प्रोग्रेसिव फ्रंट' (एसपीएफ) को आमंत्रित करने का भी अनुरोध किया। ज्ञापन में कांग्रेस, एनपीपी, तृणमूल कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों समेत एसपीएफ के सभी सदस्यों के समर्थन पत्र का भी जिक्र किया गया है। राजभवन की तरफ से इस मुद्दे पर फिलहाल कुछ नहीं कहा गया है।
 
उपमुख्यमंत्री वाई. जॉयकुमार सिंह, आदिवासी एवं पर्वतीय क्षेत्र विकास मंत्री एन. कायिशी, युवा मामलों और खेलमंत्री लेतपाओ हाओकिप और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एल. जयंत कुमार सिंह ने बुधवार को मंत्री पदों से इस्तीफा दे दिया था।
 
इसके अलावा भाजपा विधायक एस. सुभाषचंद्र सिंह, टीटी हाओकिप और सैमुअल जेंदई ने विधानसभा तथा पार्टी से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद विपक्षी कांग्रेस ने सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी। समर्थन वापस लेने वाले बाकी सदस्यों में तृणमूल कांग्रेस के विधायक टी. रबिंद्र सिंह और निर्दलीय विधायक शहाबुद्दीन शामिल हैं।
 
बहरहाल, इबोबी सिंह ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन में दरार के लिए कांग्रेस जिम्मदार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने पर पार्टी बहुमत साबित कर सकती है।
 
उन्होंने कहा कि पार्टी ने समान सोच वाले विधायकों के साथ मिलकर चलने का फैसला किया है। नए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री के खिलाफ विधायकों की संख्या अब 29 हो गई है। बिरेन सिंह के समर्थन में 23 विधायक हैं जिनमें भाजपा के 18, नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के 4 और एलजेपी के 1 विधायक हैं।
 
उधर मणिपुर उच्च न्यायालय ने विधानसभाध्यक्ष को निर्देश दिया कि वह दलबदल करने वाले 7 कांग्रेस विधायकों को अयोग्य ठहराने संबंधी लंबित मामलों पर शुक्रवार तक कोई आदेश नहीं सुनाएं। कांग्रेस के ये विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। उच्च न्यायालय के आदेश में कहा गया है कि यह स्पष्ट है कि माननीय विधानसभाध्यक्ष द्वारा आज जो आदेश सुरक्षित रखा गया है, वह शुक्रवार तक उनके द्वारा नहीं सुनाया जाएगा। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

पाकिस्तान में बेनाम सामूहिक कब्रों के पास बिलखती महिलाएं कौन हैं...?

नरेंदर सरेंडर... भोपाल में PM मोदी पर राहुल गांधी ने बोला जमकर हमला

क्या ये वन नेशन, वन हसबैंड योजना है, मोदी के नाम का सिंदूर लगाएंगे, Operation Sindoor पर भगवंत मान के बयान पर बवाल

Operation Sindoor में भारतीय नुकसान पर फिर आया CDS अनिल चौहान का बयान, जानिए क्या कहा

सोनम की सास से बातचीत की आखिरी ऑडियो क्‍लिप वायरल, पढ़िए पूरी बात, लापता होने से पहले क्‍या कहा था बहू ने?

सभी देखें

नवीनतम

रूस पर यूक्रेन का बड़ा हमला, 1100 किलो के अंडरवॉटर विस्फोटक से क्रीमिया ब्रिज को उड़ाया

Covid-19 : नोएडा में कोरोना वायरस का विस्फोट, 1 दिन में मिले 45 नए मरीज

प्रशांत किशोर की बढ़ीं मुश्किलें, बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने दर्ज कराया मानहानि का मुकदमा

Bihar Election 2025 Date: बिहार में कब हैं विधानसभा चुनाव 2025

फिर खुलेगा खुशी कूलवाल सुसाइड केस, पूर्व विधायक के भाई पुलिस की रडार पर, घिर सकते हैं कई हाईप्रोफाइल लोग

अगला लेख