नई दिल्ली। दिल्ली मंत्रिमंडल ने मंगलवार को सरकार की हेल्थ कार्ड परियोजना को वित्तीय मंजूरी दी, जो एक एकीकृत स्वास्थ्य सूचना प्रबंधन प्रणाली (एचआईएमएस) का हिस्सा होगी।
अधिकारियों ने बताया कि एचआईएमएस परियोजना के तहत प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य कार्ड सौंपे जाएंगे, जो चिकित्सा जानकारी का डिजिटल भंडार होंगे। डॉक्टर कार्ड का इस्तेमाल कर मरीजों का स्वास्थ्य संबंधी इतिहास देख सकेंगे और मरीज घर से ही डॉक्टर से मिलने का समय ले सकेंगे।
परियोजना के अनुसार, एक से 18 वर्ष की आयु के लोगों को उनके माता-पिता के स्वास्थ्य कार्ड से जुड़ा कार्ड जारी किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि (एक वर्ष तक की उम्र) के सभी शिशुओं के कार्ड को उनकी मां के स्वास्थ्य कार्ड से जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि दिल्ली मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में दिल्ली सचिवालय में हुई बैठक में स्वास्थ्य कार्ड परियोजना को वित्तीय मंजूरी दी। हालांकि, बयान में परियोजना के लिए स्वीकृत सटीक बजट को निर्दिष्ट नहीं किया गया है।
कैसे मिलेगा कार्ड : दिल्ली के नागरिकों को अपने परिवार के सदस्यों के साथ अस्थायी ई-हेल्थ कार्ड प्राप्त करने के लिए खुद को पहले पंजीकरण कराना होगा। नागरिकों को पूर्व-पंजीकरण के बाद 1 वर्ष की अवधि के लिए एक अस्थायी ई-स्वास्थ्य कार्ड जारी किया जाएगा और सर्वेक्षण के माध्यम से नागरिक विवरण को मान्य करने और बाद में सभी आवश्यक डेटा को अपडेट करने के बाद इसे स्थायी (पीवीसी) कार्ड में परिवर्तित कर दिया जाएगा।