नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लांड्रिंग के एक मामले की जांच के सिलसिले में बुधवार को केरल में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से संबद्ध कम से कम चार परिसरों पर छापे मारे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एर्नाकुलम और कुछ अन्य स्थानों पर तलाशी ली गई। केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने छापेमारी के दौरान ईडी की टीम को सुरक्षा मुहैया कराई।
सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने अपनी जांच के तहत पीएफआई के वित्त पोषण से संबंधित कई दस्तावेज बरामद किए। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान कुछ लोग परिसर के बाहर भी जमा हो गए और नारेबाजी की।
पीएफआई के महासचिव अनीस अहमद ने एक वीडियो संदेश में दावा किया कि कार्रवाई का उद्देश्य उन्हें परेशान करना है और संगठन इस मुकदमे को कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके से लड़ेगा।
इस बीच, केरल पुलिस ने कहा कि उन्होंने मुवत्तुपुझा में संगठन के एक नेता के आवास पर ईडी की छापेमारी के दौरान कथित रूप से व्यवधान पैदा करने की कोशिश करने के लिए पीएफआई के कुछ कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
एजेंसी ने पहले भी पीएफआई के खिलाफ इसी तरह की छापेमारी की थी। पीएफआई का गठन 2006 में केरल में हुआ था और इसका मुख्यालय दिल्ली में है। केंद्रीय जांच एजेंसी देश में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शनों को भड़काने, पिछले साल दिल्ली के दंगों और कई अन्य मामलों में पीएफआई के कथित वित्तीय जुड़ाव की जांच कर रही है।