जम्मू। एलओसी से सटे पुंछ के सुरनकोट में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को उन्हीं जंगलों में ढेर कर दिया है, जहां 1 महीने तक मुठभेड़ जारी रही थी और उसमें सेना के 9 जवान शहीद हो गए थे। समाचार भिजवाए जाने तक मुठभेड़ जारी थी, क्योंकि अभी भी 2 से 3 आतंकी घेरे में थे।
अधिकारियों ने बताया कि पुंछ में एलओसी से सटे सुरनकोट सेक्टर के डार ढोक इलाके में सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। मुठभेड़ शुरू होने के कुछ ही मिनटों में सैन्य जवानों ने 1 आतंकी को ढेर कर दिया है। मुठभेड़ स्थल पर 2 और आतंकवादियों की मौजूदगी की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल दोनों ओर से रुक-रुककर गोलीबारी हो रही है। आतंकवादियों को घेरने के लिए अतिरिक्त सैन्य जवानों को बुलाया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुरनकोट सेक्टर में स्थानीय लोगों द्वारा संदिग्ध बंदूकधारी देखे जाने के बाद सैन्य जवानों ने तलाशी अभियान चलाया। जंगल में पेड़ों की होड़ में छिपे आतंकवादियों ने जब जवानों को अपने नजदीक आते देखा तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में 1 आतंकवादी मारा गया। ये आतंकवादी किसी संगठन से संबंधित हैं, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। परंतु स्थानीय लोगों के अनुसार इनकी संख्या 2 से 3 हो सकती है। सेना का अभियान अभी भी जारी है।
खुद को नहीं बचा पाई कश्मीर पुलिस : सोमवार रात भारतीय संसद पर हुए आतंकी हमले की 20वीं बरसी पर आतंकियों ने श्रीनगर में एक पुलिस बस पर हमला किया था। इस हमले के लिए परिस्थितियां खुद सुरक्षा एजेंसियों ने पैदा की थी इसके प्रति कोई अतिशयोक्ति नहीं है। हालांकि पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह इसे आतंकियों की बौखलाहट के साथ ही 'बदला लेने की कार्रवाई' के तौर पर निरूपित करते थे, पर पुलिस अधिकारी उन सवालों के जवाब देने से कतरा रहे थे, जो भारी चूक के प्रति उठाए जा रहे थे।
जिस पंथा चौक पर आतंकी हमला हुआ, वह पहले भी कई आत्मघाती हमलों का साक्षी रहा है। हर बार परिस्थितियां वहीं थीं, जो इस बार हैं। दरअसल जब इंडिया रिजर्व पुलिस की 9वीं बटालियन के 22 जवानों को लेकर यह बस ला एंड आर्डर की ड्यूटी से वापस लौट रही थी तो मात्र कुछेक जवानों के हाथों में ही हथियार थे। बाकी सिर्फ डंडों से लैस थे, क्योंकि उन्हें कानून व्यवस्था की उस ड्यूटी पर तैनात किया गया था जहां सिर्फ डंडे ही चाहिए थे।
अब बुलेटप्रूफ वाहनों में सवार होंगे सभी पुलिसकर्मी : कल सोमवार देर शाम श्रीनगर के पंथा चौक पर पुलिस की बस पर हुए आतंकी हमले के बाद उठते सवालों को विराम देते हुए अब कश्मीर रेंज के आईजीपी विजय कुमार ने घोषणा की है कि अब से सभी पुलिसकर्मी बुलेटप्रूफ वाहनों में ही सवार हुआ करेंगे।
इस हमले पर आईजीपी कश्मीर ने बताया कि हमले में 2 विदेशी और एक स्थानीय समेत 3 आतंकी शामिल थे। यह सभी आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के थे। वहीं इस दौरान एक आतंकी भी घायल हुआ है। उन्होंने बताया कि हमला पहले से ही नियोजित था।
यह पूछने पर कि क्या हमलावरों के बारे में कोई सुराग मिला है, इस पर आईजीपी ने कहा कि हमले को अंजाम देने वाले कश्मीर टाइगर्स जो कि जैश-ए-मोहम्मद का ही एक अलग गुट है, के आतंकियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षाबलों का अभियान जारी है। जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया कि 3 आतंकवादियों में से 1 हमारे लोगों द्वारा जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया था, उसके खून के निशान पांपोर में मिले हैं। वहां से आतंकियों का यह समूह पुलवामा के त्राल भाग गया है। हमारे पास अन्य सुराग भी हैं। हम जल्द ही समूह का पता लगा लेंगे।
श्रीनगर पंथाचौक आतंकी हमले में शहीद होने वाले कांस्टेबल रमीज अहमद बाबा को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि हमलावरों ने पहले से ही इलाके की रेकी कर इस हमले को अंजाम दिया। हमला तब हुआ जब सुरक्षाबलों के रोड ओपनिंग दलों को हटा लिया गया था। उनका मकसद पहले पुलिसकर्मियों को मारना फिर उनके हथियार लूटकर ले जाना था, परंतु घायल होने के बावजूद जवानों ने आतंकवादियों का डटकर मुकाबला किया और उनके मकसद को नाकाम बना दिया। जवाबी फायरिंग में एक आतंकी घायल भी हुआ है।
उन्होंने घोषणा की कि अब कश्मीर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बुलेटप्रूफ वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। वे कहते थे कि आतंकवादियों ने योजनाबद्ध तरीके से इस हमले को अंजाम दिया था। आतंकी जानते थे कि रोजाना बस में बैठ ये सुरक्षाकर्मी इसी रास्ते से गुजरते हैं। यही नहीं उन्होंने इस हमले को उस समय अंजाम दिया जब रोड ओपनिंग दल हटा लिए गए थे।
परंतु मैं यह आतंकी संगठनों को स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमारे जवानों पर हमला करने वाले आतंकवादी जहां कहीं भी छुपे होंगे, उन्हें ढूंढ निकाला जाएगा। जल्द ही वे हमारे शिकंजे में होंगे। हमने उनकी पहचान कर ली है। इस हमले को 3 आतंकवादियों ने अंजाम दिया और इनमें 2 पाकिस्तानी जबकि 1 स्थानीय आतंकी शामिल था। स्थानीय आतंकी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा और जल्द ही पूरे समूह को खत्म कर दिया जाएगा।