फिरोजपुर/चंडीगढ़। कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलबीर सिंह जीरा को कुछ दिन पहले एक अधिकारी को उसके कर्तव्य पालन में बाधा डालने के आरोप में, मंगलवार को सुबह फिरोजपुर जिले में उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया।
जीरा को तड़के करीब साढ़े चार बजे गिरफ्तार किया गया तथा न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने उनके आवास पर पेश किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जीरा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। पूर्व विधायक को रूपनगर जेल भेजा गया है।
जीरा फिरोजपुर कांग्रेस के प्रमुख हैं। उनको एक खंड विकास पंचायत अधिकारी की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था, जिसमें जीरा और उनके समर्थकों पर कुछ दिनों पहले एक विरोध प्रदर्शन के दौरान खंड विकास पंचायत अधिकारी और अन्य कर्मचारियों को उनके कर्तव्यों के निर्वहन से रोकने का आरोप लगाया गया था।
जीरा पर यह भी आरोप था कि उन्होंने खंड विकास पंचायत अधिकारी के कार्यालय के सामने तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ की थी।
जीरा और उनके समर्थकों पर 13 अक्टूबर को जीरा शहर पुलिस थाने में IPC की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने जीरा की गिरफ्तारी के लिए आम आदमी पार्टी सरकार की आलोचना की।
वडिंग ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा कि अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करने के लिए सरकारी अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए जीरा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
उन्होंने कहा कि आप की पंजाब सरकार हमारी आवाज दबाना चाहती है। हम चुप नहीं बैठेंगे और इस बदले की कार्रवाई के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी जीरा की गिरफ्तारी की निंदा की।