भारत में गे और लेस्बियन के अधिकारों के संबंध में हाल के सालों में बहुत चर्चाएं हुई हैं। लोगों ने सड़क पर उतरकर एलजीबीटी अधिकारों के संबंध में अपने अधिकारों के लिए गुहार लगाई। कई लोगों ने इनको मानवता के खिलाफ बताया है तो कई लोगों ने इसे सही भी ठहराया है।
इसी बीच देश का पहला विज्ञापन रिलीज हुआ है जिसमें एक लेस्बियन जोड़ा अपने माता-पिता से मिलने के लिए तैयार हो रहा है। यह वीडियो जब से सोशल मीडिया में रिलीज हुआ है लगातार लोग इसे देख रहे हैं। वीडियो में दो लेस्बियन लड़कियों को दिखाया गया है जो लिव-इन रिलेशनशिप में रहती हैं और वे अपने माता-पिता के आने से पहले एक दूसरे की पसंद को पूछते हुए ड्रेस अप करती हैं, व एक दूसरे के प्यार को जाहिर करती हैं।
इस विज्ञापन का टाइटल 'द विजिट' दिया गया है। यह एड अब तक यू-ट्यूब में 2 लाख से ज्यादा हिट प्राप्त कर चुका है। इस ऐड से जुड़े हुए अभिषेक घोष ने बताया कि हमने इस विज्ञापन के माध्यम से गे-लेस्बियन लोगों से जुड़ी रुढ़िवादी सोच को किनारे करने की कोशिश की है।
इस फिल्म में दोनों में से कोई भी पुरुष या स्त्री नहीं दिख रहे थे। हमने इस विज्ञापन के माध्यम से एक स्पष्ट अनुभव लोगों के सामने प्रस्तुत किया है, जैसा कि कोई और जोड़ा अपने माता-पिता से मिलने के पहले सशंकित होता है वैसे ही इस विज्ञापन में भी दिखाया गया है।
विज्ञापन से जुड़े एक और व्यक्ति मनीष अग्रवाल ने बताया कि सोशल मीडिया में विज्ञापन को अब तक 3 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। एलजीबीटी कार्यकर्ता अशोक रो रवि ने कहा कि, एक ही सेक्स के जोड़े की दृश्यता इस विज्ञापन को सामयिक बनाती है। यह एक बोल्ड स्टेटमेंट है।
उन्होंने कहा कि विश्व भर से लेस्बियन कपल अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। जो इस विज्ञापन में दिखाया गया है वह समाज को दिखता है कि एक ही सेक्स के जोड़े खुशी-खुशी एक साथ रह रहे हैं। इसको स्वीकार करने वाले बहुत से लोग समाज में हैं।(Video courtesy : Youtube)