मुंबई। महाराष्ट्र में जीका वायरस संक्रमण का पहला मामला पुणे जिले में सामने आया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से नहीं घबराने की अपील करते हुए कहा कि संक्रमित पाई गई महिला मरीज पूरी तरह से ठीक हो गई है। उसे और उसके परिवार के सदस्यों में कोई लक्षण नहीं हैं।
बयान के अनुसार पुरंदर तहसील के बेलसर गांव निवासी 50 वर्षीय महिला की शुक्रवार को जांच रिपोर्ट मिली थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि जीका संक्रमण के अलावा वह चिकनगुनिया से भी पीड़ित थी।
बयान में कहा गया है कि एक सरकारी चिकित्सा दल ने शनिवार को गांव का दौरा किया और सरपंच और ग्राम पंचायत सदस्यों से मुलाकात करके उन्हें रोकथाम उपायों के बारे में निर्देश दिया।
केरल में अब तक 46 संक्रमित : केरल में 2 और लोग जीका वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिसके साथ ही इस संक्रमण की चपेट में आने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 46 हो गई है। इनमें से 5 मरीज उपचाराधीन हैं।
इस वजह से फैलता है जीका वायरस : जीका वायरस को लेकर कई सवाल हैं। क्या यह छूने से फैलता है आदि। लेकिन अब दिल्ली में सेंट स्टीफन अस्पताल के पूर्व डायरेक्टर और जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर मैथ्यू वर्गीज इस संदेह को दूर किया है। उनका कहना है कि जीका वायरस का संक्रमण एयरोसोल या संपर्क में आने से नहीं फैलता है।
उन्होंने कहा कि जीका वायरस एयरोसेल या संपर्क से नहीं फैलता है। ये मच्छर के काटने से फैलता है। ये अलग महामारी रोग विज्ञान है। मैं उसके बारे में इस समय चिंता नहीं है। महामारी रोग वैज्ञानिक और केरल के स्वास्थ्य विभाग को चिंतित होना चाहिए कि जीका कहीं से आ गया है, और मच्छरों और वायरस को नियंत्रित करने का रास्ता पा लिया है। हमें लोगों के बीच दहशत का माहौल नहीं पैदा करना चाहिए।