असम में बाढ़ की स्थिति बिगड़ी, 2,389 गांव प्रभावित, 5 नदियां खतरे के निशान से ऊपर

Webdunia
बुधवार, 29 जून 2022 (10:12 IST)
गुवाहाटी। असम में बाढ़ की स्थिति मंगलवार को और अधिक बिगड़ने से 5 और लोगों की मौत हो गई तथा 24.92 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। सिलचर शहर में ज्यादातर इलाके हफ्तेभर से अधिक समय से जलमग्न हैं। ब्रह्मपुत्र, बेकी, कोपिली, बराक और कुशियारा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जबकि अन्य नदियों में जलस्तर घट रहा है।
 
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन के अनुसार 3 अन्य लोग लापता हैं जिनमें कछार में 2 और चिरांग जिले का 1 व्यक्ति गायब है। पिछले 24 घंटे में राज्य के 28 जिलों में 24.92 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। सोमवार को 22 जिलों में 21.52 लाख लोग पीड़ित थे। ब्रह्मपुत्र, बेकी, कोपिली, बराक और कुशियारा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जबकि अन्य नदियों में जलस्तर घट रहा है।
 
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए बैजली जिले के कुवारा में तटबंध में टूट वाली जगह का दौरा किया। उन्होंने ट्वीट किया कि कालदिया नदी के पानी से उत्पन्न बाढ़ की स्थिति तथा उससे हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी रंजीत कुमार दास के साथ बैजली के पताचारकुची में कुवारा का दौरा किया। पहुमारा नदी के तटबंध को मजबूत करने और उस पर सड़क निर्माण के लिए 9 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। सिलचर में पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ ने बाढ़ राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की।
 
असम मिशन निदेशक लक्ष्मी प्रिया के नेतृत्व में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के एक दल ने भी प्रभावित लोगों के लिए उचित चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए शहर का दौरा किया। एनएचएम द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि चिकित्सा अधिकारियों और पैरामेडिकल स्टाफ को तैनात किया गया है तथा विभिन्न राहत केंद्रों में बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य शिविर शुरू किए गए हैं। दिन में कुल 7,212 लोगों की जांच की गई और जो बहुत बीमार पाए गए उन्हें अस्पताल भेजा गया।
 
सिलचर में 1 सप्ताह से अधिक समय से पानी भरा हुआ है। जिन लोगों तक पहुंचना मुश्किल है, उन तक खाद्य सामग्री पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। कछार की उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने बताया कि लोगों के बीच पानी के पाउच और पानी को साफ करने वाली गोलियां बांटी जा रही हैं। जल्ली ने लोगों से बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए घर का कूड़ा-कचरा सड़कों पर नहीं फेंकने का आह्वान किया।
 
एएसडीएमए के अनुसार राज्यभर में 72 राजस्व सर्कल के कुल 2,389 गांव प्रभावित हुए हैं और 1,76,201 लोग 555 राहत शिविरों में ठहरे हुए हैं। बाढ़ के पानी ने 155 सड़कों और 5 पुलों को नुकसाना पहुंचाया है जबकि 7 तटबंध टूट गए हैं- 5 हैलाकांडी में और 2 बिश्वनाथ में।(भाषा)(फ़ाइल चित्र)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: कुछ ही देर में एकनाथ शिंदे की प्रेस कॉन्फ्रेंस, कर सकते हैं बड़ा ऐलान

इंदौर में गुजरात के उर्विल पटेल ने सबसे तेज शतक का ऋषभ पंत का भारतीय रिकॉर्ड तोड़ा

अडाणी मामले में विपक्ष का हंगामा, नहीं चली संसद

महाराष्ट्र में प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला की एम्बुलेंस में मौत

एकलिंगनाथजी मंदिर पहुंचे विश्वराज सिंह मेवाड़, पूरी की शोक भंग करने की रस्म

अगला लेख