लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर के द्वार पर हुए हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को बुधवार को पूछताछ के लिए आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के लखनऊ मुख्यालय लाया गया। अब्बासी सोमवार से 7 दिन की पुलिस हिरासत में है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, मुर्तजा से उसकी गतिविधियों और हमले से पहले जिन लोगों से वह मिला उनके बारे में पूछताछ की जाएगी। प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया, हम इस घटना से जुड़े हर पहलू का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। गिरफ्तार किया गया व्यक्ति किन लोगों या संगठनों से जुड़ा है, इसका भी पता लगाया जा रहा है।
इस बीच, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि पकड़ा गया अभियुक्त केमिकल इंजीनियर है और उसने अपने लैपटॉप पर मुस्लिम कट्टरपंथियों के भाषण देखे थे। जांचकर्ताओं ने उसका लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर लिया है ताकि डिजिटल सबूत इकट्ठा किए जा सकें।
इस मामले की जांच उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और एटीएस की संयुक्त टीम कर रही है। जांचकर्ताओं को संदेह है कि अब्बासी खुद ही कट्टरपंथ की गिरफ्त में हैं। हालांकि इस बात की भी जांच की जा रही है कि कहीं वह किसी अन्य के इशारे पर तो काम नहीं कर रहा था।
गौरतलब है कि मुर्तजा अब्बासी ने रविवार की शाम गोरखनाथ मंदिर परिसर में दाखिल होने की कोशिश की थी। जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोकने का प्रयास किया तो उसने धारदार हथियार से हमला कर पीएसी के दो जवानों को घायल कर दिया था। हालांकि अन्य सुरक्षाकर्मियों ने उसे फौरन पकड़ लिया और हमले में इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार जब्त कर लिया था।
गोरखनाथ मंदिर परिसर में मंदिर के मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास भी है। हालांकि हमले के वक्त वह मंदिर परिसर में मौजूद नहीं थे। मंगलवार को जांचकर्ताओं ने कुशीनगर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज जिलों के विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया, जहां अब्बासी हाल में ठहरा था। इसके अलावा मुंबई और गुजरात के जामनगर में भी दल भेजे गए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, अब्बासी ने मुंबई में अपनी शिक्षा पूरी की है जिसके बाद उसने कुछ समय के लिए जामनगर में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम किया था।(भाषा)