लखनऊ। सुरक्षा एजेंसियों ने गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर जानलेवा हमला करने के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के लैपटॉप और मोबाइल फोन हाथ लगे हैं। इनकी जांच में जांच एजेंसियों के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। मुर्तजा यू ट्यूब पर प्रतिबंधित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक को फॉलो करता था। वह आईएसआईएस के भड़काऊ वीडियो भी देखता था। बताया जा रहा है कि मुर्तजा एटीएस के रडार पर पहले से था।
मुर्तजा से लगातार पूछताछ की जा रही है। मुर्तुजा से गोरखनाथ मठ में जाने, वहां 'अल्लाहो अकबर' के नारे लगाने और फिर धारदार हथियार से हमला कर देने की वजह पूछी गई। मुर्तुजा से उसके आतंकी कनेक्शन के बारे में भी कई सवाल किए गए। बताया जा रहा है कि वह लगातार बयान बदल रहा है।
जांच एजेंसियों ने कुछ वीडियो जब्त भी किए हैं। मुर्तजा के मोबाइल फोन में जितने भी नंबर हैं, सभी की जांच की जा रही है। कहा जा रहा है कि मोबाइल में जितने भी नंबर मिले हैं इनमें से ज्यादातर नंबर मुंबई के हैं। यूपी से एक टीम को मामले की जांच के लिए मुंबई भी भेजा गया है।
जांच एजेंसियों ने गोरखनाथ मंदिर जाकर अब्बासी के आने और पकड़े जाने की जगह की जांच की है। इसका नक्शा बनाया गया है।
कहा जा रहा है कि मुर्तजा बड़े हमले की फिराक में था। किसके कहने और किस इरादे से गोरखनाथ मंदिर परिसर में प्रवेश करना चाहता था, इस पर जांच एजेंसियां खुलकर नहीं बोल रही हैं।
इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस मामले में गहराई से जांच जारी है। मंदिर पर हमले की घटना को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि कोई अपराधी नहीं बचेगा।
उल्लेखनीय है कि गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर रविवार देर शाम हमला करने के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। रविवार शाम अचानक हुए इस हमले के बाद सुरक्षाकर्मी भी भाग खड़े हुए और 15 मिनट तक अफरा-तफरी का माहौल रहा।