कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को दावा किया कि लोगों के मस्तिष्क में भय छा गया है और वे उसके बारे में खुलकर बात भी करने से डरे हुए हैं। धनखड़ ने कहा की आजादी का तात्पर्य भय से आजादी होती है तथा लोकतंत्र एवं कानून के शासन में भय से आजादी अहम होती है।
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा, फिलहाल हम भय से मुक्त नहीं है। लोगों में इतना डर है कि वे इसके बारे में बात भी नहीं कर सकते।राज्यपाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में उसकी संस्कृति और मूल्यों के लिहाज से लोगों के मस्तिष्क में डर की कोई जगह नहीं है।
तृणमूल शासित इस राज्य में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव हैं। जुलाई, 2019 में राज्यपाल का पद संभालने के बाद से ही ममता बनर्जी सरकार के साथ टकराव में चल रहे धनखड़ ने अक्सर सभी पक्षों से शांतिपूर्ण, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का आह्वान किया है।(भाषा)