गुजरात के प्राथमिक विद्यालयों में अब गुजराती पढ़ाना अनिवार्य

Webdunia
बुधवार, 28 मार्च 2018 (07:57 IST)
गांधीनगर। गुजरात सरकार ने मंगलवार को विधानसभा को सूचित किया कि सीबीएसई और आईसीएसई बोर्डों से संबद्ध स्कूलों समेत राज्य में हिन्दी एवं उर्दू माध्यम के विद्यालयों को कक्षा एक से आठवीं तक गुजराती भाषा पढ़ानी होगी।
 
शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्मा ने कहा कि यह निर्णय इसी शैक्षिक वर्ष से लागू किया जाएगा।
 
उन्होंने कहा कि 1960 के दशक में केंद्र द्वारा गठित कोठारी आयोग ने सिफारिश की थी कि शिक्षा में मातृ भाषा को तरजीह दी जानी चाहिए। राज्य में कई गैर गुजराती माध्यम के स्कूलों के साथ साथ अन्य बोर्डों से संबंद्ध विद्यालय गुजराती भाषा नहीं पढ़ा रहे हैं।
 
मंत्री ने सदन को बताया कि इस वजह से राज्य में बच्चे ठीक से गुजराती समझने और बोलने में असमर्थ हैं। (भाषा) 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Changur Baba : छांगुर बाबा की पूरी कहानी, धर्मांतरण का रैकेट और करोड़ों की संपत्ति, STF और ATS के चौंकाने वाले खुलासे

भारत में पहली बार डिजिटल जनगणना : अब खुद भर सकेंगे अपनी जानकारी

प्रियंका और माही की बीमारी के आगे क्‍यों लाचार हुए पूर्व CJI, क्‍या है उनका बंगला कनेक्‍शन

UP : अंबेडकरनगर सरकारी आवास से मिले 22.48 लाख रुपए के 100 और 500 के पुराने नोट, ACMO की 11 साल पहले हुई थी मौत, बेड और अटैची से मिलीं नोटों की गड्डियां

क्यों डरे हुए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, घर और बाहर दोनों जगह घिरे

सभी देखें

नवीनतम

भोपाल में 90 डिग्री पुल के बाद एक्टिव हुआ PWD विभाग, निर्माणाधीन पुलों की जांच के लिए बनी कमेटी, इंदौर सांसद ने भी लिखा पत्र

Mohan Cabinet Decision : 49 हजार से अधिक पद मंजूर, किसानों को राहत, जलकर माफ, मोहन कैबिनेट की बैठक में बड़े फैसले

महाराष्ट्र में उद्धव और राज ठाकरे क्‍यों आए साथ, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने दिया जवाब

भोपाल में 90 डिग्री मोड़ वाले आरओबी के बाद इंदौर में बन रहे पुल के डिजाइन पर उठे सवाल, सांसद ने लोक निर्माण मंत्री को लिखा पत्र

Starlink को INSPACe की हरी झंडी, भारत में 5 साल तक Satellite Internet

अगला लेख