देहरादून। पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत पर बड़ी कार्रवाई करते हुए भाजपा संगठन ने 6 साल के लिए पार्टी से बर्खास्त किए जाने की जानकारी मिलने के बाद रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। रावत ने कहा कि भाजपा संगठन ने बिना पूछे उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया है और अब वे कांग्रेस पार्टी के लिए काम करेंगे। यही नहीं, रावत ने यहां तक कहा कि उत्तराखंड राज्य में कांग्रेस इस बार पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी।
इस दौरान रावत फूट-फूटकर रोते हुए भी नजर आए। लंबे समय से रावत के कांग्रेस में घरवापसी की चर्चाएं जोर-शोर से चल रही थीं। इसी बीच कांग्रेस नेताओं से बढ़ी रावत की नजदीकियों का संज्ञान लेते हुए न सिर्फ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें मंत्रिमंडल से निष्कासित कर दिया बल्कि भाजपा संगठन ने रावत को पार्टी से भी 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया है।
रावत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें दिल्ली में मिलने के लिए बुलाया था लेकिन ट्रैफिक के चलते थोड़ी देर हो गई। हालांकि वे उनसे और गृहमंत्री अमित शाह से मिलना चाहते थे। लेकिन जैसे ही मैं दिल्ली पहुंचा तो उन्होंने सोशल मीडिया पर देखा कि भाजपा ने मुझे निष्कासित कर दिया।
रावत ने कहा कि इतना बड़ा फैसला लेने से पहले भाजपा ने मुझसे एक बार भी बात नहीं की। हरक ने यह भी कहा कि अगर मैं साल 2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल नहीं हुआ होता तो 4 साल पहले ही बीजेपी से इस्तीफा दे चुका होता। मुझे मंत्री बनने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है, मैं तो सिर्फ काम करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड में सरकार बना रही है। मैं कांग्रेस पार्टी के लिए काम करूंगा। भाजपा ने मनगढ़ंत खबरों के आधार पर मुझ पर कार्रवाई की है।
अपने आगे के प्लान के बारे में उन्होंने कहा कि मैं अब कांग्रेस से बातचीत करूंगा और मैं कांग्रेस में ही जाऊंगा और किसी पार्टी में नहीं जाऊंगा और बिना शामिल हुए भी मैं कांग्रेस के लिए काम करूंगा। रावत कहते हैं कि सोशल मीडिया पर चले एक मनगढ़ंत समाचार को आधार बनाकर उन्होंने (भाजपा ने) इतना बड़ा निर्णय ले लिया जबकि मेरे सबसे अच्छे संबंध थे, लेकिन उन्होंने मुझे से बिना बात किए हुए इतना बड़ा निर्णय ले लिया। मुझे लगता है कि 'विनाश काले विपरीत बुद्धि।'
उधर रावत के निष्कासन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि स्थितियां ऐसी हुईं कि वे पार्टी पर दबाव बना रहे थे जिसके बाद पार्टी ने यह निर्णय लिया। साथ ही अब एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा। हमारी पार्टी में वो आए और उन्होंने विकास के मामले में जो कहा, हमने किया लेकिन हमारी पार्टी वंशवाद से दूर और विकास के साथ चलने वाली पार्टी है। कई बार उनकी कुछ बातों से हम असहज हुए।