क्या अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं निर्मल बाबा के कार्यक्रम...

Webdunia
बुधवार, 3 मई 2017 (08:07 IST)
लखनऊ। इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने सूचना प्रसारण मंत्रालय को निर्मल बाबा के कार्यक्रमों से जुडे आरोपों की पुष्टि के लिए कहा है।
 
उच्च न्यायालय ने मंत्रालय से कहा गया है कि वह इस बात को देखे कि विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित हो रहे निर्मल बाबा के कार्यक्रम दर्शकों के बीच अंधविश्वास को तो बढ़ावा नहीं दे रहे हैं। अगर ऐसा है तो मंत्रालय बाबा के कार्यक्रम दिखाने वाले चैनलों पर केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम 1994 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई कर सकता है।
 
न्यायमूर्ति ए पी साही और न्यायमूर्ति संजय हरकौली की पीठ ने 2012 में अधिवक्ता के. सरन की ओर से दायर जनहित याचिका पर उक्त आदेश दिया।
 
याचिकाकर्ता ने निर्मल बाबा के कार्यक्रम का प्रसारण करने वाले टीवी चैनलों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश देने का आग्रह अदालत से किया था। याचिका में आरोप था कि निर्मल बाबा के कार्यक्रम अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं।
 
अदालत को सूचित किया गया कि मंत्रालय ने खुद ही प्रसारणकर्ताओं की संस्था से निर्मल बाबा के खिलाफ शिकायत की थी। अदालत ने जानना चाहा कि शिकायत का क्या हुआ। (भाषा) 
Show comments

जरूर पढ़ें

एप्पल, फेसबुक, गूगल, टेलीग्राम के 16 अरब यूजरनेम और पासवर्ड लीक, बचना है तो तुरंत यह करें

Nitin Gadkari : असली फिल्म अभी आना बाकी, नितिन गडकरी ने किया 2029 के आम चुनाव के प्लान का खुलासा

पुरानी बीवी लाए, नई ले जाए, ये विज्ञापन सोशल मीडिया में मचा रहा है धूम, ऑफर में होम सर्विस सुविधा भी

बिहार सरकार ने वृद्धावस्था व विधवा पेंशन में की बढ़ोतरी, अब मिलेंगे 400 की जगह 1100 रुपए प्रतिमाह

इजराइल या ईरान: किसकी करेंसी है ज्यादा ताकतवर?, जानें करेंसी का शहंशाह कौन है?

सभी देखें

नवीनतम

Iran Israel War : क्या अमेरिकी हमले के बाद ईरान को परमाणु हथियार मिल सकते हैं, रूस का दावा- डोनाल्ड ट्रंप ने कर लिया भारी नुकसान

Israel-Iran war : अमेरिका के हमले में ईरान के फोर्डो परमाणु केंद्र को हुआ भारी नुकसान, सामने आईं सैटेलाइट तस्वीरें

MP : कोहन नदी में डूबे 3 लोगों के शव बरामद, तेज बहाव में बहे थे ट्रैक्टर-ट्रॉली

ईरान-इजराइल युद्ध का भारत के व्यापार पर क्‍या होगा असर, विशेषज्ञों ने जताई यह राय

Iran-Israel War : इजराइल से तनाव के बीच ईरान के राष्ट्रपति को PM मोदी ने किया फोन, आखिर क्या है भारत की चिंता

अगला लेख