पुणे। महाराष्ट्र में पुणे-सतारा हाईवे पर एसटी बस चलाते समय ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया। हालांकि इस मुश्किल परिस्थिति में संयम से काम लेते हुए ड्राइवर ने बस को साइड में रोक दिया। इससे एक बड़ा हादसा टल गया और बस में सवाल 25 यात्रियों की जान बच गई। बस रोकने के कुछ ही देर बाद चालक की मौत हो गई।
मौत से पहले चक्कर महसूस कर रहे बस चालक ने समय रहते बस को सड़क के किनारे ले जाकर 25 यात्रियों की जान बचाई। मृतक बस चालक का नाम जलिन्दर पवार (45 वर्षीय) है।
पालघर मंडल के वसई आगर से राज्य परिवहन निगम की एसटी बस यात्रियों को म्हसवड की ओर ले जा रही थी। सतारा जिले के खाटव तालुक के पलाशी गांव के रहने वाले 45 वर्षीय जलिंदर रंगराव पंवार को बस के पुणे-सतारा हाईवे पर वरवे, नसरपुर गांव की सीमा पर पहुंचने के बाद चक्कर आने लगे। चालक समय रहते बस को सड़क के किनारे ले गया। इससे बस में सवार 25 यात्रियों की जान बच गई।
मृतक ड्राइवर एक रिप्लेसमेंट ड्राइवर के रूप में पुणे आया था। बस के चालक संतोष गवली ने इस मामले की जानकारी नसरपुर के राजगढ़ थाने में दी। बुधवार को वसई से एस बस दोपहर करीब साढ़े बारह बजे स्वारगेट बस अड्डे पर पहुंची। इस समय जालंधर पवार बस चालक संतोष कांबले के स्थान पर स्थानापन्न चालक बनकर आए।
खेड़ शिवपुर टोल रोड पार करने के बाद चालक को चक्कर आ गया। बस की गति धीमी हो गई, उस समय कंडक्टर ने चालक से पूछा तो चालक ने बस को सड़क के किनारे यह कहते हुए ले गया कि उन्हें चक्कर आ रहे हैं।
कंडक्टर ने फिर पंवार को पुकारा, लेकिन ड्राइवर ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद यात्रियों की मदद से पवार को इलाज के लिए नसरपुर के एक निजी अस्पताल में ले गया। लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।