Heavy rain in Bengaluru: बेंगलुरु में पिछले 36 घंटों से हो रही भारी बारिश के कारण मंगलवार को भी जनजीवन प्रभावित रहा और जलमग्न सड़कों के बीच कई जगह यातायात बाधित हो गया जबकि राज्य में जल जनित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण शहर के साई ले-आउट में एक द्वीप जैसी स्थिति बन गई और यहां घरों की निचली मंजिलें आधी डूब गई हैं, जिसके कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। प्राधिकारियों ने बताया कि सोमवार को करीब 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमबी) ने साई लेआउट में लोगों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की।
निवासियों ने शिकायत की है कि नगर निगम की एजेंसियों को साई लेआउट में रहने वाले लोगों की परेशानियों की कोई चिंता नहीं है। भारी बारिश के कारण शहर के हेनूर स्थित एक अनाथालय में भी पानी भर गया। अग्निशमन एवं बचाव विभाग ने आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ मिलकर अनाथालय में मौजूद लोगों को बचाया।
— Citizens Movement, East Bengaluru (@east_bengaluru) May 19, 2025
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कई इलाके जलमग्न : मान्यता टेक पार्क और सिल्क बोर्ड जंक्शन जैसे कई इलाकों के जलमग्न हो जाने के कारण वहां आवागमन में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जलभराव के कारण सड़कों पर कई वाहन फंस गए, जिससे शहर के कई हिस्सों में यातायात बाधित रहा। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि शहर के एक अपार्टमेंट में घुसे बारिश के पानी को निकालने का प्रयास करते समय 12 वर्षीय एक बच्चे सहित दो लोगों की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई।
मीको लेआउट पुलिस के अनुसार, बीटीएम सेकेंड स्टेज के पास एनएस पाल्या में मधुवन अपार्टमेंट निवासी मनमोहन कामत (63) ने सोमवार शाम को अपने घर से पानी निकालने के लिए मोटर चालित पंप का उपयोग करने की कोशिश की थी। घटना की जांच में शामिल पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जब उन्होंने पंप को बिजली के बोर्ड से जोड़ा तो शॉर्ट सर्किट हो गया और करंट लगने से उनकी मौत हो गई।
अलग-अलग हादसों में 5 लोगों की मौत : पुलिस ने बताया कि इस बीच अपार्टमेंट परिसर में काम करने वाले नेपाली व्यक्ति का बेटा दिनेश (12) भी कामत के पास खड़ा था और बिजली का करंट लगने से उसकी भी मौत हो गई। थाना प्रभारी ने पुष्टि की है कि अस्पताल में चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया और दोनों मामलों में अप्राकृतिक मौत की रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
इससे पहले सोमवार को महादेवपुरा थाने के अंतर्गत क्षेत्र में एक कंपनी में झाड़ू लगाते समय इमारत की दीवार गिर जाने से शशिकला (35) की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि रायचूर और कारवाड़ में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पिछले 24 घंटों में बेंगलुरु में लगभग 30 मिलीमीटर बारिश हुई है। विभाग के अनुसार, रविवार रात से सोमवार सुबह तक शहर में 105 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। दक्षिण कन्नड़ के जिला मुख्यालय शहर मंगलुरु में पिछले 24 घंटों में 90 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
ऑरेंज अलर्ट जारी : आईएमडी ने मंगलवार को बेंगलुरु के लिए ऑरेंज अलर्ट और कर्नाटक के विभिन्न स्थानों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। आईएमडी बेंगलुरु केंद्र के निदेशक एन. पुवियारसु ने कहा कि जितनी बारिश हो रही है यह ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कुछ भी नहीं है। लेकिन बेंगलुरु जैसे शहरों में कंक्रीट निर्माण के कारण जल निकासी के रास्ते अवरुद्ध हो रहे हैं, इसलिए हमने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, ताकि अधिकारी उसी के अनुसार तैयारी कर सकें। आईएमडी के बयान के अनुसार, बागलकोट, बेंगलुरु शहरी, बेंगलुरु ग्रामीण, बेलगाम, चिक्कबल्लापुर, धारवाड़, गडग, कोलार, कोप्पल, विजयनगर जिले बारिश से प्रभावित रहेंगे।
क्या कहा डिप्टी सीएम शिवकुमार ने : कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि अधिकारी भारी बारिश के कारण उत्पन्न समस्याओं से निपट रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उपमुख्यमंत्री व बेंगलुरु के प्रभारी मंत्री शिवकुमार ने कहा कि सरकार लोगों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्थिति से निपटने में प्रशासन की विफलता की विपक्ष की आलोचना पर पलटवार करते हुए पूछा कि क्या वे प्रकृति को रोक सकते हैं?
सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में होसपेट में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया बुधवार को कुछ वर्षा प्रभावित स्थानों का दौरा करेंगे। (भाषा/वेबदुनिया)