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तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश, कुछ जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद, चक्रवात तूफान की आशंका, NDRF तैनात

हमें फॉलो करें तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश, कुछ जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद, चक्रवात तूफान की आशंका, NDRF तैनात

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, मंगलवार, 26 नवंबर 2024 (23:45 IST)
चेन्नई। तमिलनाडु के कई इलाकों में मंगलवार को भारी बारिश (Heavy rain) होने के साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव क्षेत्र और अधिक गहरे दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया है तथा 27 नवंबर को यह चक्रवात में तब्दील हो सकता है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन (M.K. Stalin) ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए यहां सचिवालय में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
 
हालात से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य की टीम को तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपत्तनम और कुड्डालोर जिलों के लिए रवाना किया गया है। चेन्नई और आसपास के जिले चेंगलपेट, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर, उत्तरी तटीय शहर कुड्डालोर और नागपत्तनम सहित कावेरी डेल्टा क्षेत्र उन स्थानों में शामिल हैं, जहां बारिश हुई। इन इलाकों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
 
बारिश के कारण चेन्नई के ओएमआर रोड समेत कई इलाकों में भारी यातायात जाम देखने को मिला और सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात प्रभावित हुआ। साथ ही चेन्नई आ रहीं सात उड़ानों के उतरने में देरी हुई। सरकारी सहकारी कंपनी आविन ने कहा कि उसने लोगों को निर्बाध दूध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए हैं और यहां उसके 8 पार्लर चौबीस घंटे खुले रहेंगे।
 
उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शहरी इलाकों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को रखरखाव कार्य जारी रखने की सलाह दी ताकि जलभराव को रोका जा सके। रखरखाव के तहत नहरों से गाद निकालने का काम जारी है।
आईएमडी के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव मंगलवार को गहरे दबाव में बदल गया और इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। गहरे दबाव का क्षेत्र चेन्नई से लगभग 770 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में तथा नागपत्तनम से 570 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में अवस्थित था तथा तूफानी हवाएं चलने तथा समुद्र की स्थिति बहुत खराब होने की चेतावनी दी गई है।
 
आईएमडी द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक इसके उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने तथा 27 नवंबर को चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की पूरी संभावना है। इसके बाद यह अगले 2 दिनों तक श्रीलंका तट को छूते हुए उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर तमिलनाडु तट की ओर बढ़ना जारी रखेगा।
 
मौसम विभाग के मुताबिक तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ इलाकों में 26 और 27 नवंबर को मूसलधार बारिश तथा कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। अठाईस और 29 नवंबर को भी कुछ स्थानों पर मूसलधार बारिश हो सकती है। पुडुचेरी और कराईकल में तेज हवाएं और भारी बारिश के चलते स्कूल-कॉलेजों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है. इन इलाकों में सुबह से ही बारिश हो रही है. चक्रवात के खतरे को देखते हुए आईएमडी ने कई जिलों में अलर्ट जारी किया है.
 
आईएमडी के मुताबिक 27 नवंबर को मयिलादुथुराई, तिरुवरुर, नागपत्तनम, चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपेट और कुड्डालोर जिलों में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश हो सकती है। अधिकारियों ने कुड्डालोर और मयिलादुथुराई सहित चुनिंदा क्षेत्रों में विद्यालयों और महाविद्यालयों के लिए छुट्टी की घोषणा की है।
 
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए स्टालिन ने स्थिति से निपटने के लिए कार्ययोजना की समीक्षा की। स्टालिन की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिलाधिकारियों और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वे अधिकारी शामिल हुए जिन्हें वर्षा संबंधी कार्यों की निगरानी तथा समन्वय का कार्य सौंपा गया है।
 
जिलाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि पर्याप्त संख्या में राहत शिविर और चिकित्सा दल तैयार हैं और अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं भी की गई हैं। स्टालिन ने अधिकारियों से कहा कि राहत केंद्रों को सभी सुविधाओं के साथ तैयार रखा जाना चाहिए और निचले इलाकों से लोगों को पहले ही निकाला जाना चाहिए।
 
यहां जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक तंजावुर जिले में एनडीआरएफ की 2 टीम भेजी गई हैं। तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपत्तनम और कुड्डालोर जिलों में से प्रत्येक के लिए 2 टीम (एक एनडीआरएफ की और दूसरी राज्य की) भेजी गई हैं। विज्ञप्ति के मुताबिक मछुआरों को पहले ही समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है और अधिकांश नावें किनारे पर लौट आई हैं।
 
इसमें कहा गया कि ​​गहरे समुद्र में मछली पकड़ने गए मछुआरों को निकटतम बंदरगाहों पर जाने को कहा गया है। राज्य और जिला स्तर पर आपात परिचालन केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो 24 घंटे सातों दिन काम करेंगे।  मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन, मुख्य सचिव एन मुरुगनंदम और राज्य के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया।(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta

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