अहमदाबाद। गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने कच्छ जिले के मुंद्रा बंदरगाह के पास एक कंटेनर से करीब 75.3 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है। इसकी कीमत 376.5 करोड़ रुपए होने का अनुमान है।
गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने बताया कि अधिकारियों को चकमा देने के लिए हेरोइन की खेप को कपड़े के थान में छिपाकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत भेजा गया था और इसे पंजाब ले जाया जाना था।
भाटिया ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि पंजाब पुलिस ने हाल ही में गुजरात एटीएस को एक सूचना दी थी कि करीब ढाई महीने पहले मुंद्रा बंदरगाह पर पहुंचे एक शिपिंग कंटेनर में मादक पदार्थ की खेप हो सकती है, जिसे पंजाब पहुंचाया जाना है।
उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस की एक टीम पंजाब पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर के साथ मुंद्रा पहुंची और बंदरगाह के पास एक माल आपूर्ति केंद्र पर रखे संदिग्ध कंटेनर का पता लगाया। यह 13 मई को यूएई के अजमान फ्री जोन से मुंद्रा बंदरगाह पर पहुंचा था।
भाटिया के मुताबिक कंटेनर में रखे कपड़े के 540 थान का बारीकी से निरीक्षण करने पर उनमें से 64 के अंदर हेरोइन पाउडर मिला। उन्होंने बताया कि कार्डबोर्ड (गत्ते) से बने लंबे बेलनाकार पाइप पर एक कपड़ा लपेटा गया था। मादक पदार्थ के तस्करों ने गत्ते के पाइप पर बड़े व्यास का प्लास्टिक पाइप लगाकर थोड़ी जगह बना ली थी। हेरोइन को इसी जगह में भर दिया गया और फिर कार्बन टेप की मदद से सील कर दिया गया, ताकि यह एक्स-रे जांच में पकड़ में न आ सके। भाटिया के अनुसार, एटीएस उच्च शुद्धता की 75.3 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 376.5 करोड़ रुपए कीमत होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि कंटेनर को पंजाब ले जाया जाना था और इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
भाटिया के मुताबिक कंटेनर यूएई की ग्रीन फॉरेस्ट जनरल ट्रेडिंग कंपनी ने भेजा था और पश्चिम बंगाल के एक डिलीवरी एजेंट जोवियल कंटेनर लाइंस ने इसे प्राप्त किया गया था, जिसका एक दफ्तर कच्छ के गांधीधाम में है। यह पूछे जाने पर कि मुंद्रा बंदरगाह के अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई, भाटिया ने कहा कि केवल एक बंदरगाह पर उंगली उठाना गलत है।
गुजरात के पुलिस महानिदेशक ने कहा कि ड्रग्स तस्कर भारत में मादक पदार्थ भेजने के लिए हर उस जरिये का इस्तेमाल करेंगे, जो उन्हें उपयुक्त लगता है। सिर्फ मुंद्रा ही नहीं, हमने हाल के दिनों में गुजरात के कांडला और पीपावाव जैसे अन्य बंदरगाहों से भी मादक पदार्थ जब्त किए हैं। महाराष्ट्र के न्हावा शेवा बंदरगाह के अलावा चेन्नई और पश्चिम बंगाल में भी मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं।”
उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस और अन्य एजेंसियों की सतर्कता के कारण गुजरात के बंदरगाहों पर भेजी जाने वाली मादक पदार्थ की अधिकांश खेप जब्त कर ली गई हैं। एटीएस और राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) सहित राज्य एवं केंद्र सरकार की विभिन्न एजेंसियों ने हाल के दिनों में अन्य देशों से गुजरात के बंदरगाहों पर पहुंचने वाले नौवहन कंटेनरों से करोड़ों रुपए के नशीले पदार्थ जब्त किए हैं।
जब्त हुई थी 21000 करोड़ की हेरोइन : डीआरआई ने पिछले साल सितंबर में मुंद्रा बंदरगाह पर दो कंटेनरों से लगभग 3,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी, जिसके बारे में माना जाता है कि यह अफगानिस्तान से आई थी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 21,000 करोड़ रुपए थी। इस साल मई में डीआरआई ने मुंद्रा बंदरगाह के पास एक कंटेनर से 56 किलोग्राम कोकीन जब्त की थी, जिसकी कीमत लगभग 500 करोड़ रुपए थी। अप्रैल में डीआरआई ने कच्छ में कांडला बंदरगाह के पास एक कंटेनर से लगभग 1,439 करोड़ रुपये की 205.6 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी।
इसी अवधि के आसपास गुजरात एटीएस और डीआरआई ने एक संयुक्त अभियान चलाकर एक नौवहन कंटेनर से 450 करोड़ रुपये मूल्य की लगभग 90 किलोग्राम हेरोइन बरामद की थी, जो ईरान से अमरेली जिले के पीपावाव बंदरगाह पहुंची थी।