पंचकूला। हरियाणा पुलिस बलात्कार के मामलों में 20 साल की सज़ा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की दत्तक पुत्री हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा का छह दिन का रिमांड समाप्त होने के बाद उसे आज पुन: अदालत में पेश करेगी। पुलिस हनीप्रीत से कुछ खास नहीं उगलवा पाई है।
सूत्रों के अनुसार हनीप्रीत ने रिमांड अवधि के दौरान कोई बड़ा खुलासा नहीं किया है और वह पूछताछ कर रहे अधिकारियों के अधिकतर सवालों का गोलमोल जवाब या फिर उन्हें गुमराह करती रही है। हनीप्रीत को रिमांड के दौरान पुलिस कई जगहों पर ले गई ताकि वह कोई बड़ा खुलासा कर सके।
हनीप्रीत को 39 दिन की लुका-छिपी के बाद विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गत तीन अक्टूबर को पंजाब के जीरकपुर क्षेत्र से बठिंडा निवासी सुखदीप कौर के साथ गिरफ्तार किया था। उसे चार अक्टूबर को अदालत में पेश किया गया जहां से उसे छह दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए गए थे। उस पर राष्ट्रद्रोह तथा हिंसा भड़काने के मामले दर्ज हैं।
उल्लेखनीय है कि डेरा प्रमुख को गत 25 अगस्त को दो साध्वियों के यौन शोषण मामले में अदालत के दोषी करार देने के बाद गिरफ्तार कर हेलीकाप्टर से रोहतक की सुनारिया जेल ले जाने के समय हनीप्रीत उसके साथ गई थी। डेरा प्रमुख का हनीप्रीत को जेल में उसके साथ ही रहने का अनुरोध अस्वीकार किए जाने के बाद हनीप्रीत वहां से लापता हो गई थी।
डेरा प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद पंचकूला और सिरसा में डेरा समर्थकों की बड़े पैमाने पर हिंसा, आगजनी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओं में 40 से ज्यादा लोगो की मौत हो गई थी और 250 से अधिक ज्यादा घायल हो गये थे और अनेक सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचाया था।
पुलिस ने हिंसा की घटनाओं तथा डेरा प्रमुख को अदालत से फरार कराने की साजिश में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में हनीप्रीत के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कर लुकआउट नोटिस जारी किया था। हनीप्रीत का नाम ऐसे मामलों में शामिल रहे 43 बांछित लोगों की पुलिस द्वारा जारी सूची में शीर्ष पर था। (वार्ता)