विजयवाड़ा। आंध्रप्रदेश के गुंटुर से अपह्त 13 साल की मासूम लड़की को जम्मू कश्मीर से बरामद कर लिया गया है और इस मामले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक बर्खास्त कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है। इस बच्ची को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
पुलिस महानिदेशक नंदुरी संबाशिवा राव ने कहा कि इस मामले में गिरफ्तार नागेश्वर राव बीएसएफ में कांस्टेबल था लेकिन बुरे आचरण के चलते उसे बर्खास्त कर दिया गया था। वह शहर में ऑटो रिक्शा चलाकर गुजर बसर कर रहा था और यह बच्ची उसके ऑटो रिक्शा से स्कूल जाती थी। इसी दौरान वह उससें काफी घुल मिल गया था। यह 13 साल की बालिका निकिता 21 अप्रैल 2017 को स्कूल जाते समय लापता हो गई थी।
उसके परिजनों ने इस मामले में एक शिकायत दर्ज कराई और राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नानापानेनी राजकुमारी से मुलाकात कर उन्हें सारी जानकारी दी। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को अवगत कराया।
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि लड़की का पता लगाने के लिए सात टीमों का गठन किया गया और इन्होंने विभिन्न राज्यों की पुलिस से संपर्क कर जांच पड़ताल की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली क्योंकि आरोपी अपना ठिकाना और पता लगातार बदलता रहता था।
एक दिन जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर के एक एटीएम से पैसे निकालते समय पुलिस ने आखिर उसकी लोकेशन का पता लगा लिया। यह इस लडकी को लेकर यहां इसलिए आया था क्योंकि वह इस क्षेत्र से अच्छी तरह वाकिफ था। उसने इस बच्ची को सांबा में एक घर में छिपाकर रखा था और आखिरकार पुलिस ने छापा मार कर लड़की को बरामद कर लिया।
उन्होंने बताया कि भले ही यह नाबालिग लड़की अपनी मर्जी से उसके साथ गई हो लेकिन यह अपहरण का ही मामला है और आरोपी के खिलाफ निर्भया कानून के तहत मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आंध्रप्रदेश पुलिस ने इस पूरे मामले में 20 लाख रुपए खर्च किए।
पुलिस प्रमुख ने इस बात पर दु:ख व्यक्त किया कि जिले की बापट डिवीजन से ही अकेले 16 नाबालिग लड़कियां लापता हैं। महिला आयोग अध्यक्ष ने इस लड़की को बचाने में पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है। (वार्ता)