कमल हसन ने विधायकों को लिया आड़े हाथों

Webdunia
शुक्रवार, 15 सितम्बर 2017 (16:14 IST)
चेन्नई। दिग्गज अभिनेता कमल हासन ने निर्वाचित प्रतिनिधियों को शुक्रवार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें भी 'काम नहीं तो वेतन नहीं' प्रणाली के तहत लाया जाना चाहिए। अभिनेता की यह टिप्पणी सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों के एक वर्ग द्वारा हड़ताल करने और मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा उनकी खिंचाई के बीच आई है।
 
अभिनेता ने किसी का नाम लिए बगैर ट्वीट किया कि 'काम नहीं तो वेतन नहीं' सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए? खरीद-फरोख्त करने वाले राजनेता जो रिजॉर्ट्स में आराम कर रहे हैं उनका क्या? रिजॉर्ट्स की टिप्पणी जाहिरा तौर पर अन्नाद्रमुक के सत्तारूढ़ विधायकों के एक वर्ग के लिए है जिन्हें बर्खास्त नेता टीटीवी दिनाकरण के प्रति निष्ठा के कारण रिजॉर्ट्स में स्थानांतरित किया गया था।
 
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी के खिलाफ पार्टी के 19 विधायकों के विद्रोह के बाद उन्हें शुरुआत में पुडुचेरी के एक रिजॉर्ट में रखा गया था। बाद में उन्हें कर्नाटक के कूर्ग रिजॉर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया और तब से वे लोग वहीं पर हैं। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

ओपन मैरिज, सेक्‍स की डिमांड, वेश्‍यावृत्ति और अफेयर, ऐसी है 1.3 बिलियन डॉलर के इस हाईप्रोफाइल केस की कहानी

कौन हैं पूर्व IPS शिवदीप लांडे, बिहार में बनाई नई राजनीतिक पार्टी

TMC MPs Clash : रोती नजर आईं महुआ मोइत्रा, गुस्से में ममता बनर्जी, TMC सांसदों की लड़ाई की पूरी कहानी

देशभर में लागू हुआ Waqf कानून, पश्चिम बंगाल में हिंसा, पथराव और आगजनी, पुलिस ने छोड़ी आंसूगैस, लाठीचार्ज

EPFO में खुद जनरेट कर सकते हैं UAN, सरकार की नई सुविधा, बस करना होगा यह काम

सभी देखें

नवीनतम

भारत ने दिया बांग्लादेश को बड़ा झटका, बंद की ट्रांसशिपमेंट सुविधा

शादी से ठीक पहले बेटी के मंगेतर के साथ भागी अधेड़ महिला

Air India की फ्लाइट में यात्री ने दूसरे यात्री पर की पेशाब, दिल्ली से थाईलैंड जाते समय की शर्मनाक हरकत

Aadhaar Card की नहीं पड़ेगी जरूरत, QR से मिलेगी डिटेल, क्या है Aadhaar Authentication App जुड़े सवालों के जवाब

Gold Price : 1,050 रुपए सस्ता हुआ सोना, 91,000 से नीचे फिसला, चांदी में तेजी

अगला लेख