Weather Update : उत्तरकाशी में 21 साल बाद फिर हुआ भूस्खलन, मलबे में दबे सड़कों पर खड़े वाहन

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 28 अगस्त 2024 (19:37 IST)
Landslide again occurred in Uttarkashi after 21 years : वरुणावत पर्वत से हुए भूस्खलन ने 21 साल बाद एक बार फिर लोगों को डरा दिया और वर्ष 2003 में लगातार हुए भूस्खलन की कड़वी यादों को ताजा कर दिया। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भारी बारिश के बाद वरुणावत पर्वत से हुए जबरदस्त भूस्खलन से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग एवं गोफियारा कॉलोनी में सड़कों पर खड़े कई वाहन मलबे में दब गए। 
 
अधिकारियों ने यहां बताया कि जिला मुख्यालय व आसपास के क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा के बाद मंगलवार देर रात करीब पौने 2 बजे वरुणावत की तलहटी में स्थित गोफियारा जल संस्थान कॉलोनी के निकट पहाड़ी से भूस्खलन हुआ। इस दौरान पत्थरों के साथ काफी मात्रा में मलबा गिरा जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।
ALSO READ: Weather Updates: गुजरात, राजस्थान में जल प्रलय, 22 राज्यों में येलो अलर्ट
उन्होंने बताया कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन भूस्खलन के मलबे में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग व गोफियारा कॉलोनी में सड़कों पर खड़े कई वाहन दब गए। मलबे में दबे अधिकांश वाहन स्थानीय लोगों के हैं। सूचना मिलते ही राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) तथा प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची।
 
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि भूस्खलन से प्रभावित एक दर्जन से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा के साथ ही किसी भी संभावित स्थिति से निपटने की रणनीति पर भी विचार-विमर्श किया।
ALSO READ: उत्तराखंड में बारिश का कहर, भूस्खलन में 4 मजदूरों की मौत, एक व्यक्ति गंगा में बहा
वरुणावत पर्वत से हुए भूस्खलन ने 21 साल बाद एक बार फिर लोगों को डरा दिया और वर्ष 2003 में लगातार हुए भूस्खलन की कड़वी यादों को ताजा कर दिया। उस दौरान लंबे समय तक वरुणावत से भूस्खलन होता रहा था। वरुणावत पर्वत की तलहटी में उत्तरकाशी शहर बसा हुआ है और इस पर्वत के 'ट्रीटमेंट' के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने करीब 250 करोड़ रुपए से अधिक का पैकेज दिया था।
ALSO READ: Weather Updates: देशभर में मानसून अति सक्रिय, IMD ने जताया अनेक राज्यों में भारी वर्षा का अलर्ट
मंगलवार रात काफी देर तक भूस्खलन होने तथा पत्थर गिरने की घटना से लोग सहम गए। ताजा भूस्खलन ने वरुणावत पर्वत पर किए गए 'ट्रीटमेंट' कार्यों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। एक तरफ जिला प्रशासन वी-टॉप यानी वरुणावत टॉप को 'नेचर और चिल्ड्रन पार्क' के रूप में विकसित करने की योजना बना रहा है, वहीं दूसरी ओर इस घटना ने पर्वत की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra : शिंदे ने शंकाओं को किया दूर, देवेंद्र फडणवीस का रिएक्शन आया सामने

संभल हिंसा को लेकर पुराना वीडियो वायरल, गलत दावे के साथ किया जा रहा शेयर

मजाक बनकर रह गई प्रक्रिया, वक्फ बोर्ड संसदीय समिति से बाहर निकले विपक्षी सांसद, 1 घंटे बाद वापस लौटे

PAN 2.0 Project : कैसे बनेगा नया पैन कार्ड, कितनी लगेगी फीस, आखिर सरकार क्यों लाना चाहती है नया प्रोजेक्ट, सारे सवालों के जवाब

CM of Maharashtra : कैसे मान गए शिंदे, इतनी आसानी से क्यों दे दी CM की कुर्सी, क्या है पर्दे के पीछे की कहानी

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: केजरीवाल बोले, दिल्ली दुनिया की सबसे असुरक्षित राजधानी, अमित शाह से नहीं संभल रही

प्रियंका गांधी ने हिंदी में सांसद पद की शपथ ली, हाथ में थी संविधान की कॉपी

Jharkhand: एक और श्रद्धा वाकर हत्याकांड, लिव इन पार्टनर के 50 टुकड़े कर दिए, आरोपी गिरफ्तार

आगरा में मेट्रो के लिए सुरंग की खुदाई, 1700 मकानों में दरारें, दहशत में लोग

मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा, क्या बोले कपिल सिब्बल?

अगला लेख