कोच्चि। केरल के इडुक्की जिले में 3 दिन पहले हुए भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हुए मकानों के मलबे से रविवार को और लोगों के शव मिलने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 42 हो गई। इडुक्की में भूस्खलन के कारण चाय बागान कर्मियों के 20 मकान नष्ट हो गए।
अधिकारियों ने कहा, राजामाला के निकट पेट्टिमुडी में विनाशकारी भूस्खलनों के कारण मकानों के तबाह हो जाने के तीन दिन बाद प्राधिकारियों ने मलबे के नीचे दबे लोगों का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों की मदद लेने का फैसला किया।
सरकार के अनुसार, जिस स्थान पर भूस्खलन हुआ, वहां 78 लोग रह रहे थे। इनमें से 12 लोगों को बचा लिया गया है और 42 शव बरामद किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि शेष लोगों को खोजने के प्रयास जारी हैं।
मृतकों में दो बच्चे और पांच महिलाएं शामिल हैं। इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इडुक्की, मलाप्पुरम और वायनाड जिलों के लिए रविवार को रेड अलर्ट घोषित किया है।
केरल में मूसलधार बारिश, भूस्खलनों और बांध के फाटक खुल जाने से नदियों में जल स्तर बढ़ गया है, जिससे कोट्टायम और अलप्पुझा के निचले इलाकों में रह रहे लोगों के घरों में पानी घुस जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।(भाषा)