मेरठ। चौधरी चरण सिंह कारागार एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है, क्योंकि यहां पर एक कैदी से मिलाई करने आए वकील के पास से नशे की खेप बरामद हुई है। मिलाई पर आया वकील चतुराई दिखाते हुए जेल के मुख्य गेट से अंदर प्रवेश पा गया और जेल में बंद कैदी से मिलाई की।
मिलने के बाद उसने अपनी चप्पल कैदी से बदली तो जेल में तैनात सुरक्षाकर्मी सजग हो गए। सुरक्षाकर्मियों ने जब चप्पल की जांच पड़ताल की तो उनके होश उड़ गए, क्योंकि वकील की सैंडल के सोल में नशे की 2400 गोलियां रखी थीं।
चौधरी चरण सिंह जेल में शराब माफिया साजन उर्फ लुक्का नाम का कैदी बंद है। गुरुवार को लुक्का से मिलने के लिए अनुज गुप्ता नाम का वकील आया। मिलाई के दौरान वकील अनुज ने कैदी लुक्का से सैंडल की अदला-बदली की तो वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों को उस पर शक हुआ, उन्होंने जेल प्रशासन को सूचना दी, मौके पर ही वकील की धोखाधड़ी पकड़ी गई।
सैंडल के सोल में एक पैकेट के अंदर नशे की गोलियां रखी हुई थीं, माना जा रहा है कि यह नशे की खेप जेल में मौजूद कैदियों के लिए आई थी। लगभग नशे की अल्प्रैक्स 2400 गोलियां बरामद होने के बाद जेल में हड़कंप मच गया है। जेल प्रशासन की सूचना पर पुलिस जेल में पहुंची को सूचना दी, मौके पर पहुंची पुलिस वकील अनुज को अपने साथ थाना मेडिकल कॉलेज ले आई है।
फिलहाल पुलिस को शक है कि अनुज जेल में नशे की तस्करी कर यहा है, जिसके चलते उसे गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस मुकदमा दर्ज कर अनुज से पूछताछ में जुटी हुई है कि वह कब से जेल में नशे का सामान सप्लाई कर रहा है, उसके साथ कौन-कौन मिला हुआ है। नशे की खेप को सील कर दिया गया है।
मेरठ जेल में यह कोई पहला मामला नहीं है, जब जेल के मुख्य द्वार को पार करके सामान अंदर न पहुंचा हो। कुछ वर्ष पूर्व भी सैंडल के अंदर सिम पहुंची थे और अब नशे की खेप।