नैनीताल। फेसबुक के फाउंडर को फेसबुक शुरू करने और एप्पल के स्टीव जॉब्स को प्रेरणा देने वाला नीम करौली महाराज का आश्रम में लगने वाले भोग मालपुआ को अब FSSAI प्रमाणित कर इसे प्रमाण पत्र देगा। भारतीय खाद्य सुरक्षा, मानक प्राधिकरण ने अल्मोड़ा-भवाली हाईवे स्थित विश्वविख्यात कैंची आश्रम में नीम करौली महाराज के महाप्रसाद मालपुआ को प्रमाणित करने की प्रक्रिया शुरू करने की कवायद करने के संकेत दिए हैं।
पूरी प्रक्रिया अपनाने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग प्रमाणीकरण की पूरी प्रक्रिया पूरी करेगा। अब तक भारतीय खाद्य सुरक्षा, मानक प्राधिकरण उत्तराखंड में हरिद्वार के चंडीदेवी मंदिर, गीता कुटीर तपोवन के प्रसाद को प्रमाण पत्र जारी कर चुका है। प्रदेश के प्रमुख मंदिरों के भोग-भंडारे का विशेष प्रसाद FSSAI ने प्रमाणित करने की प्रक्रिया शुरू की है। कोटद्वार के सिद्धबली मंदिर के प्रसाद के प्रमाणीकरण के लिए भी सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है।
केदारनाथ एवं बद्रीनाथ मंदिर समिति ने भी प्रमाणीकरण के लिए सैद्धांतिक सहमति जता दी है। इसके अलावा गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब, नैनादेवी मंदिर नैनीताल, पूर्णागिरि धाम चंपावत के प्रसाद के प्रमाणीकरण की प्रक्रिया भी प्रस्तावित है।
FSSAI का प्रमाणपत्र जारी करने से पूर्व प्रसाद बनाने की पूरी प्रक्रिया का निरीक्षण किया जाता है। प्रसाद सुरक्षित व स्वच्छ बन रहा है या नहीं, यह बात निरीक्षण के दौरान सुनिश्चित की जाती है। इसमें किचन, गुणवत्तायुक्त सामग्री की उपलब्धता, उपयोग होने वाली सामग्री आदि देखी जाती है। खाद्य सुरक्षा को लेकर संबंधित धाम के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाता है। हर साल इसका भौतिक सत्यापन करके यह भी देखा जाता है कि कहीं कोई कमी तो नहीं है?