maharashtra politics : क्या महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर नया मोड़ आने वाला है? राजनीतिक गलियारों में एक बार चर्चाएं गर्म हो रही हैं। ये चर्चाएं एक तस्वीर से सामने आई है। यह तस्वीर है महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की महाराष्ट्र के नए डिप्टी सीएम अजित पवार मुलाकात की।
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को अपने पूर्व सहयोगी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मुलाकात की। राकांपा नेता के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद दोनों के बीच यह पहली मुलाकात थी।
राज्य विधान परिषद के सदस्य ठाकरे थोड़े समय के लिए सदन की कार्यवाही में शामिल हुए।
उनकी एक समय की पार्टी सहयोगी तथा उप सभापति नीलम गोरे के शिंदे के नेतृत्व वाली प्रतिद्वंद्वी शिवसेना में शामिल होने के बाद वह पहली बार सदन में पहुंचे थे।
वित्त मंत्री से उनके कार्यालय में मुलाकात के बाद ठाकरे ने कहा कि मैंने उनसे राज्य और लोगों के लिए अच्छा काम करने के लिए कहा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पवार के साथ काम किया है और उनकी कार्यशैली को जानते हैं। पिछली महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में (भी) अजित उपमुख्यमंत्री थे।
ठाकरे ने कहा कि मुझे विश्वास है कि राज्य के लोगों को सहायता मिलेगी क्योंकि खजाने की चाबियां उनके पास हैं।
इस महीने की शुरुआत में अजित पवार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के आठ अन्य विधायक शिंदे सरकार में शामिल हो गए, जिससे शरद पवार द्वारा स्थापित पार्टी वस्तुतः विभाजित हो गई।
महाराष्ट्र में एनसीपी में बगावत के बाद महाराष्ट्र का सियासी गर्माया हुआ है। 2 जुलाई को अजित पवार और उनके समर्थक विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ ले ली। शरद पवार की पार्टी में दो फाड़ हो गया।
अजित पवार के साथ कुल नौ एनसीपी विधायक महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे की सरकार में मंत्री बने। इसके दो हफ्ते बाद अजित पवार, छगन भुजबल, दिलीप वल्से पाटिल और अदिति तटकरे समते सभी 9 एनसीपी नेताओं को विभाग बांट दिए गए। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma