जम्मू। जम्मू-कश्मीर भाजपा ने शुक्रवार को पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के देशद्रोही बयान के लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग की। मुफ्ती ने कहा था कि वे तिरंगा झंडा तभी थामेंगी, जब जम्मू-कश्मीर को पूर्ववर्ती राज्य का झंडा वापस मिल जाएगा।
भाजपा ने कहा कि धरती की कोई ताकत वह झंडा फिर से नहीं फहरा सकती और अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकती। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रवीन्द्र रैना ने कहा कि मैं उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से अनुरोध करता हूं कि वे महबूबा मुफ्ती के देशद्रोही बयान का संज्ञान लें और उन्हें सलाखों के पीछे डालें।
तिरंगे के संबंध में महबूबा का बयान कांग्रेस को अस्वीकार्य : जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीसी) ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा तिरंगे झंडे को लेकर दिए गए बयान की शुक्रवार को कड़ी निंदा की और कहा कि यह स्वीकार करने योग्य नहीं है और इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
जेकेपीसीसी के अध्यक्ष रवीन्द्र शर्मा ने कहा कि ऐसे बयान किसी भी समाज में बर्दाश्त करने लायक नहीं हैं और अस्वीकार्य हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज देश के सम्मान का प्रतीक है। शर्मा ने कहा कि उन्हें (महबूबा) इस तरह के अपमानजनक बयानों से बचना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि 14 महीनों तक नजरबंदी में रहने वालीं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आग उगलनी आरंभ कर दी है। उन्होंने कहा है कि जब तक जम्मू कश्मीर में उसका संविधान और झंडा लागू नहीं किया जाता, वे किसी भी दूसरे झंडे को न ही हाथ लगाएंगी और न ही सलाम करेंगी। उनका इशारा भारतीय तिरंगे की ओर था।
यह सच है कि महबूबा मुफ्ती की रिहाई के साथ ही घाटी में ठंडी पड़ी सियासी गतिविधियां तेज होने लगी हैं। अपनी 14 महीने की हिरासत के बाद आज पहली बार पत्रकारों के समक्ष रूबरू हुईं महबूबा मुफ्ती के बयानों ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर को वहीं दर्जा वापस दिलाने में जमीन-आसमान एक कर देंगी। उन्होंने आते ही आग उगलकर कश्मीर की राजनीति को ही नहीं बल्कि माहौल को भी गरमा दिया है।