Hanuman Chalisa

शिमला में भारी बारिश, जनजीवन अस्त-व्यस्त, नदी-नालों में उफान

Webdunia
रविवार, 22 अगस्त 2021 (20:06 IST)
शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बीच राजधानी शिमला में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जगह-जगह पेड़ गिरने से यातायात बाधित हुआ, वहीं गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है। 
 
इस बीच, मौसम ‍विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 28 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भारी बारिश के चलते भूस्खलन की आशंका भी जताई है। भारी बारिश की आशंकाओं के बीच प्रशासन ने लोगं से अपील की है कि वे नदी-नालों से दूर रहें। 
 
शिमला में बीती रात से भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते कई स्थानों पर पेड़ गिर गए। इससे गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है साथ ही यातायात पर भी इसका असर पड़ा है। 
 
जानकारी के मुताबिक खलीनी के पास पेड़ गिरने से सड़क किनारे खड़ा एक ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।  इससे सड़क पर यातायात ठप हो गया। घंटों तक टूटीकंडी और खलीनी की तरफ से सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। बिजली के खंभे टूटने से विद्युत आपूर्ति पर भी असर पड़ा। शिमला में कई जगह नालों का पानी और मलबा सड़क पर आ गया। कई स्थानों पर छिटपुट भूस्खल की घटनाएं भी हुईं। 
 
मौसम विभाग की ओर से ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के कई क्षेत्रों में रविवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में 28 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है। (फाइल फोटो)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Maithili Thakur : क्या सियासत की अग्नि परीक्षा में सफल हो पाएंगी मैथिली ठाकुर, अलीनगर की सीट कितनी आसान, क्या कहता है समीकरण

पाकिस्तान की 'बहादुर' सेना ने तालिबान के सामने किया सरेंडर, घंटों सड़कों पर घूमते रहे अफगानी टैंक

EV, बैटरी सब्सिडी से क्यों चिढ़ा चीन, भारत की WTO में की शिकायत, जानिए क्या है पूरा मामला

शिवराज के घर धान की बोरी लेकर अचानक पहुंचे जीतू पटवारी, भावांतर का विरोध, जमकर नारेबाजी

गाजा में फिर भड़केगा युद्ध, Hamas ने लौटाए किसी और के शव, डोनाल्ड ट्रंप के Gaza Peace Plan की उड़ाई धज्जियां, Israel ने खाई खात्मे की कसम

सभी देखें

नवीनतम

किन्नर मामले में बड़ा अपडेट, मुख्य आरोपी सपना हाजी गिरफ्तार

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का बड़ा आरोप, भारत के लिए प्रॉक्सी वॉर लड़ रहा है तालिबान

Diwali 2025: क्या होते हैं ग्रीन पटाखे? पर्यावरण की दृष्टि से समझिए कैसे सामान्य पटाखों से हैं अलग

ग़ाज़ा : शांति योजना के लिए एक 'नाज़ुक क्षण', न्यायेतर हत्याओं की खबरों पर चिंता

जैसलमेर के बाद बाड़मेर में भीषण हादसा, जिंदा जले 4 लोग

अगला लेख