पटना। नेपाल और बिहार के जल ग्रहण क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण राज्य की 8 नदियों में उफान के कारण आई बाढ़ से 16 जिलों की 71 लाख से अधिक आबादी प्रभावित है, वहीं 23 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 33 टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से चार लाख 95 हजार 336 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
केंद्रीय जल आयोग की ओर से बुधवार को नदियों के दैनिक जल स्तर और बाढ़ पूर्वानुमान के जारी आंकड़े के अनुसार, बिहार में बूढ़ी गंडक और बागमती नदी का जल स्तर चार-चार स्थान पर, घाघरा, अधवारा समूह, कमला-बलान और कोसी दो-दो स्थान पर तथा गंगा और गंडक नदी एक-एक स्थान पर खतरे के निशान से ऊपर रिकॉर्ड किया गया है।
बिहार में बूढ़ी गंडक नदी का जल स्तर मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर में 68 सेंटीमीटर, समस्तीपुर में 183 सेंटीमीटर, रोसड़ा में 320 सेंटीमीटर और खगड़िया में 129 सेंटीमीटर वहीं घाघरा नदी सीवान के दरौली में 63 सेंटीमीटर एवं गंगपुरसिसवन में 78 सेंटीमीटर, गंगा नदी भागलपुर के कहलगांव में सात सेंटीमीटर तथा गंडक गोपालगंज के डुमरियाघाट में 97 सेंटीमीटर ऊपर है।
इसी तरह बागमती नदी का जल स्तर सीतामढ़ी जिले के ढेंग ब्रिज में 25 सेंटीमीटर, मुजफ्फरपुर जिले के रुन्नीसैदपुर में 207 सेंटीमीटर एवं बेनीबाद में 94 सेंटीमीटर, दरभंगा के हायाघाट में 227 सेंटीमीटर तथा अधवारा समूह दरभंगा के कमतौल में 115 सेंटीमीटर एवं एकमीघाट में 210 सेंटीमीटर, कमला बलान नदी मधुबनी के जयनगर में 10 सेंटीमीटर एवं झंझारपुर में 19 सेंटीमीटर, कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में 192 सेंटीमीटर, कटिहार के कुरसेला में 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।
मौसम विज्ञान विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया कि 11 अगस्त तक बिहार के सभी जलग्रहण क्षेत्र में गरज और वज्रपात के साथ हल्की से साधारण वर्षा होने होने की संभावना है। वहीं पिछले चौबीस घंटे के दौरान सभी जिलों में हल्की बारिश हुई है। मधेपुरा में चार सेंटीमीटर, झंझारपुर और कटोरिया में तीन-तीन सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
इस बीच आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि राज्य में 16 जिले सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सीवान, मधुबनी, मधेपुरा और सहरसा के 124 प्रखंड की 1199 पंचायत की 71 लाख 16 हजार 748 आबादी बाढ़ की चपेट में है। हालांकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 33 टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से चार लाख 95 हजार 336 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। उन्होंने बताया कि कई प्रखंडों में बाढ़ का पानी घटने या समाप्त होने की वजह से राहत शिविरों की संख्या भी कम कर दी गई है। वर्तमान में छह राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 11 हजार 793 लोग रह रहे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चलाई जा रही 1420 सामुदायिक रसोई में प्रतिदिन लगभग 10 लाख 20 हजार 221 पीड़ित भोजन कर रहे हैं।(वार्ता)