मुंबई। नौकरियों और शिक्षा में अपने समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे मराठा संगठनों ने आज कहा कि नौ अगस्त को अपनी मांग के समर्थन में वे मुंबई में एक विशाल रैली करेंगे। इस बीच, मराठा आरक्षण के मुद्दे पर बंद के दौरान सोलापुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई।
पुलिस ने बताया कि मराठा क्रांति मोर्चा और सकल मराठा समाज सहित कई प्रमुख मराठा संगठनों ने सोलापुर बंद का आह्वान किया था। हालात तब तनावपूर्ण हो गए जब सोलापुर में मेन रोड पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई।
मराठा समुदाय की ओर से उस वक्त से राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं जब से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि असामाजिक तत्व 23 जुलाई को आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर पंढरपुर में श्रद्धालुओं के बीच सांप छोड़ देंगे ताकि भगदड़ जैसी स्थिति पैदा की जा सके। औरंगाबाद, नवी मुंबई, ठाणे और नासिक में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए थे।
मोर्चा के नेता विनोद पोखरकर ने कहा, ‘हम 9 अगस्त को अगस्त क्रांति के दिन मुंबई में विशाल रैली करेंगे। हम सरकार को अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं।’ इस बीच, शिवसेना ने आज कहा कि सरकार को राज्य पिछड़ा आयोग की रिपोर्ट का इंतजार नहीं करते हुए मराठा समुदाय को आरक्षण दे देना चाहिए।
अपनी पार्टी के विधायकों के साथ एक बैठक के बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘एससी, एसटी और ओबीसी के लिए मौजूदा आरक्षण को छुए बगैर शिक्षा एवं सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय को अतिरिक्त आरक्षण दिया जाना चाहिए।’
मराठा आरक्षण मांग के समर्थन में एक और विधायक ने दिया इस्तीफा : महाराष्ट्र के एक और विधायक ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग का समर्थन करते हुए आज विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। औरंगाबाद जिले की सीलोद विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अब्दुल सत्तार ने विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे को इस सिलसिले में एक पत्र भेजा है।
सत्तार ने लिखा कि राज्य सरकार ने मराठा, मुसलमान, धनगर तथा महादेव कोली समुदायों को आरक्षण देने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है इसलिए वह पद से इस्तीफा दे रहे हैं। गौरतलब है आरक्षण की मांग को लेकर पांच विधायकों ने पिछले सप्ताह इस्तीफा दिया था।