वक्फ पर बवाल के बाद आज क्या है मुर्शिदाबाद का हाल?

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद एक्शन में पुलिस, अब तक 110 से ज्यादा गिरफ्तार

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 12 अप्रैल 2025 (12:06 IST)
Waqf law news in hindi : पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा के सिलसिले में 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। शनिवार को यहां शांति बनी हुई है। पुलिस हिंसा ग्रस्त इलाके में लगातार गश्त कर रही है। ALSO READ: वक्फ पर सुलगा बंगाल, मुर्शिदाबाद में फिर भड़की हिंसा?
 
नए कानून को लेकर शुक्रवार को मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में हिंसा भड़क गई थी और पुलिस वैन सहित कई वाहनों में आग लगा दी गई, सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया और सड़कें अवरूद्ध कर दी गईं। इन सभी जिलों में छापेमारी की जा रही है और मुर्शिदाबाद में 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
 
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में सुती से लगभग 70 लोगों और शमशेरगंज से 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा प्रभावित इन स्थानों पर शनिवार सुबह स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
 
उन्होंने बताया कि सर्वाधिक प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और उन स्थानों पर इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं जहां हिंसा हुई थी।
 
सुती और शमशेरगंज इलाकों में पुलिस लगातार गश्त कर रही है। किसी को भी कहीं भी इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। पुलिस ने लोगों से सोशल मीडिया पर अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
 
इस बीच, पुलिस ने बताया कि सुती में झड़प के दौरान पुलिस की गोलीबारी में घायल हुए एक नाबालिग लड़के को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिन जिलों में हिंसा हुई, उनमें मुस्लिम आबादी काफी है।
 
भाजपा का मोदी सरकार पर निशाना : इस बीच भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अगर वह स्थिति को संभालने में असक्षम है, तो उसे केंद्र से मदद मांगनी चाहिए। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि यह ज्ञात हो कि यह महज विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि हिंसा का एक पूर्व नियोजित कृत्य था, जिहादी ताकतों द्वारा लोकतंत्र और शासन पर हमला था, जो अपने प्रभुत्व का दावा करने और हमारे समाज के अन्य समुदायों में भय पैदा करने के लिए अराजकता फैलाना चाहते हैं।
 
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट कर दिया गया, सरकारी अधिकारियों को धमकाया गया और भय का माहौल बनाया गया, यह सब असहमति की झूठी आड़ में किया गया। ममता बनर्जी सरकार की चुप्पी बहुत हैरान करने वाली है। हिंसा के पीछे जो लोग हैं, उनकी पहचान की जानी चाहिए, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और कानून की सख्त धाराओं के तहत उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
Edited by : Nrapendra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra : साइकल चालक की दुर्घटना में मौत, बीमा कंपनी ने परिजन से मांगा ड्राइविंग लाइसेंस, उपभोक्ता आयोग ने सुनाया यह फैसला

कौन हैं AIADMK के पलानीस्वामी, जिन पर भाजपा ने भरोसा दिखाया?

पराली ने घोला इंदौर की हवा में जहर, घरों तक आया काला कचरा, IIT Indore ने किया था अलर्ट, क्‍यों नहीं हो रही कार्रवाई?

पिछड़ी जातियों को लेकर आंध्र के CM चंद्रबाबू नायडू ने किया यह वादा

ट्रंप टैरिफ पर भारत को बड़ी राहत, 9 जुलाई तक नहीं लगेगा अतिरिक्त शुल्क

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: हनुमान जयंती पर मंदिरों पर उमड़ी भीड़, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

ट्रंप ने कराई वार्षिक शारीरिक जांच, स्वास्थ्य को बताया अच्छा

Petrol Diesel Prices: पेट्रोल और डीजल के भावों में कोई संशोधन नहीं, जानें ताजा कीमतें

किश्तवाड़ में जैश कमांडर सैफुल्लाह समेत 3 आतंकी ढेर, अखनूर में सेना का JCO शहीद

Weather Update: भीषण गर्मी से मिली राहत, दिल्ली से राजस्थान तक तेज हवाओं ने दिखाया असर

अगला लेख