राजनांदगांव। राजनांदगांव के युवा ब्रोकर ने व्यापारियों पर धोखे का आरोप लगाकर जीएसटी और नोटबंदी को वजह बताते हुए शनिवार की रात ट्रेन के सामने कूदकर खुदकुशी कर ली है। खुदकुशी के पहले इस ब्रोकर ने व्हाट्सअप में एक आडियो मैसेज वायरल किया, जिसमें उसने शहर के दो प्रमुख उद्योग के मालिकों पर उसे रुपयों के लिए परेशान करने का आरोप लगाया है।
शनिवार की रात करीब 9 बजकर 23 मिनट पर कामठी लाइन निवासी 48 वर्षीय ब्रोकर महावीर चौरड़िया ने बीएनसी मिल के पीछे ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली। इससे ठीक चार मिनट पहले उसने एक आडियो मैसेज ट्रेन की पटरी पर ही खड़े होकर रिकॉर्ड किया और उसे व्हाट्सअप पर वायरल कर दिया।
रात में ही यह मैसेज पूरे शहर में वायरल हो गया था और इसके बाद महावीर की खोज शुरू की गई। परिजनों ने पुलिस की मदद ली और आखिरकार ट्रेन की पटरी में महावीर की क्षत-विक्षत लाश मिली। पुलिस के मुताबिक रात करीब 9 बजकर 23 मिनट पर हटिया कुर्ला एक्सप्रेस के आगे कूदकर यह खुदकुशी की गई है।
आडियो में है यह..
अपनी खुदकुशी के पहले आडियो मैसेज में महावीर ने नोटबंदी और जीएसटी के चलते पूरे कारोबार में दिक्कत पैदा होने की बात की है। उसने कहा कि वह अपनी जिंदगी से थक गया है। अपने व्यापारियों को पैसा नहीं दे पा रहा है। नोटबंदी-जीएसटी के कारण पैसा नहीं आ रहा है।
उसने डोंगरगांव रोड में स्थित धनलक्ष्मी पेपर मिल के मालिक विनोद लोहिया और उसके भाई अशोक लोहिया के अलावा सोमनी के पास स्थित तेल कंपनी कमल साल्वेंट के कमल मूंदड़ा का नाम भी आडियो में लिया है। उसने कहा है कि शहर के कई लोगों के रुपए वो चला रहा था लेकिन लोहिया भाईयों ने उसके 70 से 75 करोड़ रुपए रोक लिए जिसकी वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ रहा है।
महावीर ने 3 मिनट 29 सेकंड के अपने आडियो मैसेज में इन तीन व्यापारियों के नाम का कई बार जिक्र करते हुए अपने से जुड़े बाकी व्यापारियों से कहा है कि उनके भाई और रिश्तेदार उनके रुपए लौटा देंगे। जांच के दौरान महावीर के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जो पुलिस के पास है। इस पत्र में भी महावीर ने आडियो में कहे गए व्यापारियों के नाम का जिक्र करते हुए अपनी आत्महत्या की वजह इनको बताया है।
शहर कोतवाली टीआई याकूब मेमन ने बताया कि रात में शव की बरामदगी के बाद आज सुबह पीएम कराकर परिजनों को बॉडी सौंप दी गई है। इस मामले में फिलहाल मर्ग कायम कर जांच में लिया गया है। मेमन ने बताया कि मृतक का आडियो मैसेज और सुसाइड नोट मिला है, जिसकी जांच कराई जाएगी और इसके बाद मामले में शामिल लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया जाएगा।
आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला प्रमाणित होने पर धारा 306 के तहत मामला दर्ज होगा। कोतवाली टीआई मेमन ने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद मृतक के परिजनों का भी बयान लिया जाएगा और सभी बिंदुओं की जांच के बाद इस मामले में अपराध पंजीबद्ध किया जाएगा।