Tamil Nadu : AIADMK पर वर्चस्व की जंग हारे पन्नीरसेल्वम, दो खेमों में सत्ता का संघर्ष

Webdunia
सोमवार, 11 जुलाई 2022 (21:32 IST)
हाल के दिनों में एआईएडीएमके ईपीएस और ओपीएस खेमों के बीच सत्ता संघर्ष का सामना कर रही है। तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी AIADMK के दो बड़े राजनीतिक नेताओं के बीच मौजूदा खींचतान पिछले महीने AIADMK के जिला सचिवों और पार्टी के अन्य वरिष्ठ सदस्यों द्वारा जयललिता की मृत्यु के बाद से प्रचलित 'दोहरे नेतृत्व' प्रणाली को खत्म करने के लिए चले जाने के बाद सुर्खियों में आई थी।
 
AIADMK की स्थापना 1972 में एमजी रामचन्द्रन ने की थी। पार्टी ने अपने अस्तित्व के 5 दशकों में से 3 दशकों तक तमिलनाडु पर राज किया। कई तूफानों का सामना करते हुए लगातार जीत का इतिहास रचा। जयललिता की मौत के बाद इड्डापड्डी पलानीस्वामी को पार्टी का आतंरिक जनरल सेकेटरी बनाया गया। ओ पन्नीरसेल्वम ने कोर्ट में अपनी बर्खास्तगी को चुनौती देने की कसम खाई है। वीके शशिकला अब आंतरिक कलह का फायदा उठाने की कोशिश कर सकती हैं और पार्टी में वापसी कर सकती हैं।
 
खबरों के मुताबिक ओ पनीर सेल्वम मई 2021 में AIADMK के विधानसभा चुनाव हारने के बाद वे पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए एक मजबूत एकात्मक नेता के पक्ष में थे। परिवर्तन को मुख्य रूप से 23 जून को ईपीएस समर्थकों द्वारा सामान्य परिषद की बैठक के दौरान धक्का दिया गया था जिन्होंने ओपीएस के खिलाफ राजनीतिक तख्तापलट किया था।
 
अन्नाद्रमुक के 75 जिला सचिवों में से मुश्किल से 10 ने ओपीएस का समर्थन किया। पार्टी के 66 विधायकों में से केवल 5 और पार्टी की सामान्य परिषद के 20 प्रतिशत से भी कम सदस्यों ने उनका समर्थन किया। 23 जून को हुई बैठक के बाद ओपीएस को पार्टी के समन्वयक के पद से हटा दिया गया था।
 
AIADMK जनरल काउंसिल की बैठक आज सोमवार सुबह मद्रास हाईकोर्ट द्वारा ओपीएस और उनके समर्थकों द्वारा दायर याचिकाओं को खारिज करने और बैठक को रोकने से इंकार करने के बाद आती है। अदालत ने यह भी कहा कि वह किसी राजनीतिक दल के तकरार में दखल नहीं दे सकती। जनरल काउंसिल ने अन्नाद्रमुक की पूर्व सुप्रीमो और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद अस्तित्व में आए दोहरे नेतृत्व ढांचे को भी भंग कर दिया है।
 
अब ईपीएस (एडप्पादी पलानीसामी) को सोमवार को आम परिषद की बैठक में अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव के रूप में चुना गया है। परिषद ने ईपीएस के प्रतिद्वंद्वी और ओ पनीरसेल्वम को कोषाध्यक्ष और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के पद से 'पार्टी विरोधी' गतिविधियों के लिए हटा दिया है। यह पूरी पार्टी में ओपीएस समर्थकों बनाम ईओएस समर्थकों के बीच लड़ाई करता है। वे एडीएमके मुख्यालय और ओपीएस के सामने सड़कों पर लड़ रहे हैं और उनके अनुयायी इमारत में घुसपैठ करने के लिए मुख्यालय का दरवाजा तोड़ते हैं और अधिक उल्लंघन करते हैं। अब अन्नाद्रमुक मुख्यालय को सील कर मुख्यालय में हुई हिंसक कार्रवाई को लेकर मामला दर्ज किया है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हुआ हमला, भारत ने जताई चिंता, सरकार से की यह मांग

क्या महाराष्ट्र में सरप्राइज देगी BJP, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM बनने को तैयार

अडाणी की 11 कंपनियों में से 5 के शेयरों में तूफानी तेजी, 8 दिन में बदल गए हालात, 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी

हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, INDIA की 10 पार्टियों के नेता मौजूद रहे

Honda Activa e की इंट्री, Ola, Ather, TVS और Bajaj की उड़ी नींद, फीचर्स से मचा देगी धमाल

सभी देखें

नवीनतम

पहाड़ों पर बर्फबारी से उत्तर भारत में गिरा तापमान, तमिलनाडु में चक्रवात की चेतावनी

मध्यप्रदेश के खंडवा में बड़ा हादसा, मशाल जुलूस में आग से झुलसे 50 लोग

LIVE: दिल्ली में नहीं बनी बात, अब मुंबई में होगा महाराष्‍ट्र सीएम का फैसला

चलती एंबुलेंस में नाबालिग के साथ दुष्कर्म, 2 आरोपी गिरफ्तार

कौन होगा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री, शाह के साथ महायुति के नेताओं का देर रात तक मंथन

अगला लेख