ऋषिकेश। उत्तराखंड में अंकिता भंडारी मर्डर केस को लेकर लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। अंकिता भंडारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसकी मौत पानी में डूबने से हुई। अंकिता के शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं। हालांकि यह निशान कैसे लगे इसका खुलासा डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा।
इस बीच परिवार ने दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग करते हुए अंकिता के अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है। अंकिता के पिता ने कहा कि जब तक डिटेल्ड पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आती अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। कहा जा रहा है कि रिसॉर्ट संचालक और मैनेजर ने उस पर ग्राहकों से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया।
अंकिता भंडारी का शव 24 सितंबर को चीला शक्ति नहर से बरामद हुआ था। इसके बाद, पोस्टमार्टम के लिए उसे ऋषिकेश एम्स भेजा गया था। पीएम रिपोर्ट के अनुसार, अंकिता की मौत सिर में गंभीर चोट और डूबने की वजह से हुई।
एक रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम कर रही अंकिता की 18 सितंबर को रिसॉर्ट के संचालक पुलकित आर्य और 2 मैनेजरों ने नहर में धक्का देकर उसकी हत्या कर दी। यह रिसॉर्ट भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे का है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पिता को भी भाजपा से निष्कासित कर दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर शुक्रवार को आधी रात को अंकिता भंडारी की हत्या के आरोपी पुलकित के रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला। अगले ही दिन गुस्साएं लोगों ने रिसॉर्ट में आग लगा दी।